* सोमवार व्रत पूजा-विधि, जानिए 8 विशेष बातें...
सोमवार का व्रत सभी को करना चाहिए। यह व्रत भगवान शिव और उनके परिवार की कृपा पाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि लगातार 16 सोमवार व्रत करने से समस्त इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
यह व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। विशेषकर अविवाहित लड़कियां अपनी इच्छा का वर पाने के लिए 16 सोमवार का व्रत रखती हैं। सोमवार का व्रत रखने की विधि इस प्रकार है -
* पौराणिक ग्रंथों में सोमवार के व्रत की विधि का वर्णन करते हुए बताया गया है कि इस दिन व्यक्ति को प्रात: स्नान कर भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए और भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी करनी चाहिए।
* पूजा के बाद सोमवार व्रत की कथा को सुनना चाहिए।
* व्रती को दिन में केवल एक समय ही भोजन करना चाहिए।
* आमतौर पर सोमवार का व्रत तीसरे पहर तक होता है यानी कि शाम तक ही सोमवार का व्रत रखा जाता है।
* सोमवार का व्रत प्रति सोमवार भी रखा जाता है, सौम्य प्रदोष व्रत और 16 सोमवार व्रत भी रखे जाते हैं।
* सोमवार के सभी व्रतों की विधि एक समान ही होती है।
* मान्यता है कि चित्रा नक्षत्रयुक्त सोमवार से आरंभ कर 7 सोमवार तक व्रत करने पर व्यक्ति को सभी तरह के सुख प्राप्त होते हैं।
* इसके अलावा 16 सोमवार का व्रत मनोवांछित वर प्राप्ति के लिए किया जाता है। अविवाहित कन्याओं के लिए यह खास मायने रखता है।