अक्टूबर माह के कार्य-सिद्धि योग जानिए
सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होने के कारण 'कार्य-सिद्धि या शुभाशुभ योग' किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए श्रेष्ठ रहते हैं। इसके लिए किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं अक्टूबर 2015 के शुभ-अशुभ योग...
अक्टूबर माह के कार्य-सिद्धि योग
दिनांक |
समय |
4 अक्टूबर |
सायं 6.18 तक |
7 अक्टूबर |
दिन 11.22 से रातभर |
9 अक्टूबर |
सूर्योदय से रातभर |
13 अक्टूबर |
सूर्योदय से दिन-रात |
16 अक्टूबर |
सूर्योदय से दिन-रात |
21 अक्टूबर |
सूर्योदय से रात्रि 1.12 तक |
22 अक्टूबर |
सूर्योदय से रात्रि 2.36 तक |
24 अक्टूबर |
सूर्योदय से रात्रि 3.47 तक |
31 अक्टूबर |
सूर्योदय से रात्रि 12.53 तक |
अमृत योग
13 अक्टूबर |
सूर्योदय से दिन-रात |
16 अक्टूबर |
प्रात: 10.45 से दिन-रात |
सर्वदोषनाशक रवि योग
2 अक्टूबर |
रात्रि 9.52 से 4 अक्टूबर सायं 6.18 तक |
6 अक्टूबर |
दिन 1.43 से 7 अक्टूबर दिन 11.22 तक |
14 अक्टूबर |
प्रात: 6.23 से 15 अक्टूबर प्रात: 8.18 तक |
27 अक्टूबर |
प्रात: 5.28 से 28 अक्टूबर प्रात: 5.07 तक |
29 अक्टूबर |
प्रात: 4.27 से देर रात 3.29 तक |
31 अक्टूबर |
देर रात 12.53 से 2 नवम्बर रात्रि 9.41 तक |
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द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
5 अक्टूबर |
प्रात: 4.31 से सायं 4.05 तक |
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
25 अक्टूबर |
सूर्योदय से देर रात 3.39 तक |
गुरु-पुष्यामृत योग
16 अक्टूबर |
प्रात: 10.45 से दिन-रात |
अशुभ ज्वालामुखी योग
17 अक्टूबर |
सायं 4.07 से 18 अक्टूबर सायं 4.36 तक |
विघ्नकारक भद्रा योग
1 अक्टूबर |
दिन 1.49 से रात्रि 12.58 तक |
4 अक्टूबर |
सायं 5.57 से 5 अक्टूबर प्रात: 4.31 तक |
7 अक्टूबर |
सायं 7.13 से 8 अक्टूबर प्रात: 5.47 तक |
10 अक्टूबर |
रात्रि 11.01 से 11 अक्टूबर प्रात: 10.18 तक |
14 अक्टूबर |
प्रात: 10.18 से रात्रि 11.01 तक |
18 अक्टूबर |
प्रात: 5.23 से सायं 6.39 तक |
21 अक्टूबर |
देर रात 1.12 से 22 अक्टूबर दिन 1.53 तक |
27 अक्टूबर |
दिन 2.35 से रात्रि 2.06 तक |
30 अक्टूबर |
रात्रि 9.18 से 31 अक्टूबर प्रात: 8.16 तक |
पंचक
5 अक्टूबर |
प्रात: 5.12 से 9 अक्टूबर प्रात: 7.15 तक |