इस माह से हम वेबदुनिया के पाठकों के लिए पाक्षिक-पंचांग प्रस्तुत करने जा रहे हैं। जिसमें पक्ष अनुसार विशेष योग, व्रत, ग्रह-गोचर आदि की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में प्रस्तुत है चैत्र मास के कृष्ण पक्ष का पाक्षिक-पंचांग -
संवत्सर- साधारण
संवत्- 2074 शक संवत् :1939
माह-चैत्र
पक्ष-कृष्ण पक्ष
ऋतु-वसंत
रवि-उत्तरायणे
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 4 मार्च, 7 मार्च, 8 मार्च, 11 मार्च
अमृतसिद्धि योग- 3 मार्च,
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- 3 मार्च
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
गणेश चतुर्थी- 5 मार्च (चंद्रोदय- रात्रि 10 बजकर 05 मिनट)
एकादशी- 13 मार्च (पापमोचिनी एकादशी व्रत)
प्रदोष- 14 मार्च
भद्रा- 4 मार्च (उदय/अस्त), 11 मार्च (उदय)-12 मार्च (अस्त), 15 मार्च (उदय/अस्त)
पंचक- 14 मार्च से प्रारंभ
ग्रहाचार: सूर्य-कुंभ(15 मार्च से मीन राशि में),चंद्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं)
मंगल-वृश्चिक, बुध-मीन, गुरु-वृश्चिक, शुक्र-मीन, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
खरमास - 15 मार्च से खरमास प्रारंभ होगा।
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र