Predictions of Baba Vanga
बुल्गारिया की भविष्यवक्ता बाबा वेन्गा इन दिनों चर्चाओं में हैं। वेन्गा को 'नास्त्रेदमस फ्रॉम द बाल्कन' के नाम से जाना जाता है। मूल नाम वेंगेलिया पांडेवा दिमित्रोवा था। 12 साल की उम्र में आंखों में तूफान के कारण मिट्टी भर गई थी जिसके चलते वे उनकी दृष्टि चली गई और तभी से उन्हें भविष्य दिखाई देने लगा। बाबा वंगा को रूस और यूरोप में काफी लंबे समय तक उन्हें एक संत के तौर पर सम्मानित किया गया। उन्होंने जितनी भी भविष्यवाणियां की हैं, वे लगभग सभी सच हुई हैं। 1996 में उनकी 85 साल की उम्र में मौत हो गई।
सच हो गई भविष्यवाणियां : बाल्कन ने फ्रांस और अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले से लेकर सुनामी, फुकुशिमा हादसे और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों के सामने आने की भविष्यवाणियां की थीं, जो सच निकलीं। बाबा वंगा ने अमेरिका का 44वां राष्ट्रपति अफ्रीकी-अमेरिकी होगा और बराक ओबामा अमेरिकी राष्ट्रपति बने। जार बोरिस- 3 (1918-1943 तक बुल्गारिया के किंग) की मौत की तारीख। चेकोस्लोवाकिया का अलग होना। लेबनान में दंगे (1968)। निकारागुआ में युद्ध (1979)। साइप्रस विवाद (1974)। इंदिरा गांधी का पीएम बनना और उनकी हत्या। सोवियत यूनियन का विघटन। यूगोस्लोवाकिया का अलग होना। पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी का एक साथ मिलना। चेर्नोबल में न्यूक्लियर हादसा। स्टालिन की मौत की तारीख। सीरिया में सिविल वॉर। क्रीमिया का अलग होना आदि की भविष्यवाणी कर चुकी थी लेकिन तब किसी ने उन पर ध्यान नहीं दिया था। हालांकि उनकी कई भविष्यवाणियां गलत भी सिद्ध हुई है।
1996 में बाबा वंगा का निधन हुआ था लेकिन 1980 में उन्होंने 2000 में रशियन न्यूक्लियर सबमरीन के डूबने की घटना का जिक्र कर दिया था। 1989 में उन्होंने अमेरिका में आतंकी हमले की भविष्यवाणी कर दी। 11 सितंबर 2001, न्यूयॉर्क ट्विन टावर पर आतंकी हमला हुआ। वंगा ने 1950 में ग्लोबल वॉर्मिंग और 2004 सुनामी की भविष्यवाणी भी की थी। बाबा वंगा की भविष्यवाणी के अनुसार ठंडे इलाके गर्म हो जाएंगे और ज्वालामुखी सक्रिय हो जाएंगे। विशाल लहरें समुद्र तट के साथ ही कस्बे और लोगों के एक बड़े हिस्से को खुद में समेट लेंगी और सब कुछ पानी प्रवाह में गायब हो जाएगा। सब कुछ बर्फ की तरह पानी में मिल जाएगा। बाबा वंगा 2004 में सुनामी, अफ्रीकी अमेरिकी मूल के व्यक्ति के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने और 2010 के अरब वसंत की भविष्यवाणी कर चुकी थीं। उन्होंने 2016 में यूरोप पर मुस्लिम आतंकियों के हमले की भविष्यवाणी भी की थी। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया था कि 2010 में मीडिल ईस्ट में संघर्ष शुरू हो जाएंगे।
2016 में यूरोप इस्लामी उग्रवादियों के हमले का सामना करेगा। संघर्ष ऐसा होगा कि यूरोप को जानमाल का भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। विनाश का ये अभियान कई सालों तक चलेगा और पूरा महाद्वीप तकरीबन खाली हो जाएगा। यह सन् 2016 है और आओ जानते हैं कि 2016 के बाद आगे की क्या भविष्यवाणियां की है वेन्गा ने।
1. चीन बनेगा दुनिया की महाशक्ति : सन् 2018-19 में चीन दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति बन जाएगा। वर्तमान में आप देख ही रहे हैं कि चीन किस तरह अपनी शक्ति और सामर्थ बढ़ाने में लगा है और उसने अन्य देशों पर भी दबाव बनाने के साथ ही धरती के कई अन्य हिस्सों पर अवैध कब्जा कर रखा है।...वेंगा ने एक डराने वाला भी दावा किया है कि नए वर्ष 2021 में ड्रेगन का धरती पर कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक मजबूत ड्रेगन मानवता को जब्त कर लेगा। तीनों दिग्गज एकजुट होंगे। बाबा वेंगा ने कहा कि साल 2021 में तीन 'राक्षस' एक हो जाएंगे और एक 'मजबूत ड्रैगन' दुनिया पर कब्जा कर लेगा। कुछ लोगों के पास लाल धन होगा। मैं 100, 5 और कई शून्य संख्या देख रही हूं। विश्लेषकों के मुताबिक, वो विशालकाय ड्रैगन चीन है, जो एक सुपरपावर बन गया है. तीन दिग्गजों से मतलब रूस, भारत और चीन है. 100 युआन और 5000 रूबल नोट लाल रंग के होते हैं।
2. यूरोप की आबादी शून्य हो जाएगी : बाबा वेंगा का मानना है कि 2025 तक यूरोप की आबादी करीब-करीब शून्य हो जाएगी। आतंकवाद एवं सामाजिक और मौसम परिवर्तन के चलते ऐसा संभव हो सकता है।...बाबा वंगा की भविष्यवाणी अनुसार 2043 तक यूरोप में पूरी तरह से इस्लामिक खिलाफत कायम हो जाएगी। तब दुनिया की अर्थव्यवस्था मुस्लिम शासन के अधीन होगी।...आजा यूरोप के हालात यह है कि इस्लामिक आतंकवाद का खतरा बढ़ गया है। लाखों मुस्लिम शरणार्थियों के रूप में यूरोपीय देश में रहने लगे हैं। वहां उनके होने से स्थानीय लोगों की नींद हराम हो गई है। अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में और भी भयानक स्थिति होगी।...यूरोप की अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी। इस्लामिक कट्टरपंथी यूरोप के देशों पर हमला करेंगे। बल्कि यूरोप में रासायनिक हमले की भी चेतावनी दी गई है। बाब वेन्गा का ये भी दावा है कि इस दौरान यूरोपीय महाद्वीप का अस्तित्व अपने अंत के करीब पहुंच सकता है।
3. धरती की कक्षा में बदलाव : 2023 में धरती की कक्षा में बदलाव आएगा। जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और भूकंप के चलते वैसे भी धरती का हाल बेहाल है। ऐसे में जिस तेजी से उत्तर और दक्षिणी ध्रुव की परिस्थियां बदल रही है तो यह कहना आसान है कि धरती की कक्षा में भी बदलावा आएगा। इस बदलावा से धरती का मौसम बुरी तरह प्रभावित होगा।
4.शुक्र और बुध ग्रह पर पहुंचेगा आदमी : बाबा वंगा के अनुसार 2028 तक ऊर्जा के नए स्रोत की तलाश में इंसान शुक्र पर पहुंचेगा और खाद्यान्न की कमी खत्म हो जाएगी। बुध की तरफ एक मानव अंतरिक्ष मिशन जाएगा। जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद के चलते धरती का आधा से ज्यादा हिस्सा त्रस्त हो चला है। ऐसे में मनुष्य ने अभी से ही दूसरे ग्रह पर रहने संबंधी तलाश शुरू कर दी है।
5.धरती पर समुद्र का होगा विस्तार : बाबा वंगा की भविष्यवाणी अनुसार 2033 तक पृथ्वी की बर्फ की विशाल परत गल जाएगी।...इसका परिणाम यह होगा की समद्र का जल स्तर बढ़ जाएगा। कई समुद्र तटीय शहरों का अस्तित्व संकट में हो जाएगा।
6.अंगों का निर्माण होने लगेगा : 2046 तक इंसान हर अंग का निर्माण करना सीख जाएगा। अंगों को बदलना इलाज का अहम हिस्सा बन जाएगा।...यदि ऐसा होगा तो मानव की उम्र और भी लंबी हो जाएगी। मरना दुर्लभ होने लगेगा।
7.मस्जिद पर होगा भयानक हमला : बाबा वंगा के अनुसार 2066 में एक मस्जिद पर बड़ा हमला होगा। इसके बाद अमेरिका अभूतपूर्व हथियार का इस्तेमाल करेगा। इससे धरती क तापमान अचानक गिर जाएगा।
8.कृतिम सूरज धरती को करेगा रोशन : 2100 में कृत्रिम सूरज धरती के अंधेरे हिस्सों को रोशनी देगा।... वर्तमान में धरती के एक हिस्से पर सूर्य की रोशनी के चलते दिन रहता और दूसरे हिस्से पर रोशनी नहीं पड़ती इसलिए वहां रात रहती है। रात के अंधेरे को दूर करने के लिए बिजली लगाई जाती है। लेकिन बाबा वंगा का शायद यह कहना है कि एक ऐसा कृतिम सूर्य होगा जो धरती के इस आधे हिस्से पर रोशनी करेगा जिसके चलते शायद स्ट्रीट लाइट की जरूरत न हो। हालांकि वैज्ञानिकों की ऐसी योजना है कि चांद पर ऐसी प्लेटें लगाई जाए जो सूरज को प्रकाश को और भी अच्छे तरीके से धरती पर भेजने लगे।
9.इंसान और रोबोट एक जैसे होंगे : 2111 तक इंसान और रोबोट मिल जाएंगे। उन्हें साइबोर्स कहा गया है। रोबोट तकनीक पर दुनिया के कई देशों में कार्य चल रहा है और इंसान में इसमें बहुत हद तक सफलता प्राप्त कर ली है।
10. जानवर बन जाएंगे आंधे इंसान : बाबा वंगा के अनुसार 2154 में क्रमिक विकास के चलते जानवर आधे इंसान बन जाएंगे।... हालांकि ग्रंथों और हिन्दू धर्म में इसका उल्लेख मिलता है कि एक समय पूर्व लोग आधे पशु और आधे इंसान के समान थे लेकिन जलवायु परिवर्तन के चलते वे प्रजातियां लुप्त हो गई। ऐसे में हो सकता है कि जलवायु परिवर्तन के ही चलते 2154 तक फिर से वही युग शुरू होने लगे जबकि इंसान और पशु आपस में बातें करते थे।
11. भयानक सूखा : बाबा वंगा के अनुसार 2170 में पृथ्वी अभूतपूर्व सूखे का सामना करेगी।...वर्तमान में जिस तरह ग्लेशियर पिघल रहे हैं और धरती का तापमान बढ़ता जा रहा है तो यह माना जा सकता है कि संपूर्ण धरती पर एक साथ सूखा होगा। बस समुद्र का जल ही रह जाएगा। पीने का जल सूख जाएगा।
12. एलियंस मदद से पानी के नीचे बस्ती : 2195 तक मनुष्य एलियंस की मदद से पानी के नीचे रिहायशी बस्ती बना लेगा। इन बस्तियों में जमीन जैसे सारे इंतजाम होंगे। स्वाभाविक है कि भयंकर तापमान के चलते मनुष्य या तो अंतरिक्ष में रहे या फिर समुद्र के अंदर।
13.इंसान की नई नस्ला : 2196 में एशिया और यूरोप के लोगों के आपस में मिलने से इंसान की एक नई नस्ल बनेगी।... यह सोचना भी आसान है कि धरती पर रहने लायक कुछ ही स्थान होंगे। ऐसे में जहां भी इंसान होंगे वहां सभी नस्ल के इंसान एक ही जगह रह रहे होंगे। इंसानी नस्लों में आपसी द्वंद को समाप्त करने के लिए यही एक रास्ता बच जाता है।
14. सूर्य के तापमान में बदलाव : 2201 में सूर्य की नाभिकीय क्रियायों में बदलाव आएगा। सूर्य फीका पड़ने लगेगा और तापमान गिरने लगेगा।...यदि ऐसा होगा तो धरती का तापमान भी गिरने लगेगा और फिर से धरती पर हिमयुग की शुरुआत होने लगेगी। फिर से ग्लेशियर बनने लगेंगे।
15. टाइम ट्रैवल होगा संभव : 2288 तक टाइम ट्रैवल संभव हो जाएगा। दूसरे ग्रहों से संबंध बनेंगे। लोग वहां आने जाने लगेंगे।... यह तो संभवत इससे पहले ही होने लगे।
16. कृतिम सूर्य का संघर्ष : 2480 दो कृत्रिम सूर्य आपस में संघर्ष करेंगे। पृथ्वी पर अंधकार छा जाएगा।...इसका मतलब बाबा वंगा जिस कृतिम सूर्य की बात कर रही है वह इंसानों द्वारा बनाया गया नहीं होगा। वह या तो कोई जलती हुई उल्का होगी या फिर अन्य कुछ।
17. मंगल ग्रह पर होगा युद्ध : बाबा वंगा की भविष्यवाणी के अनुसार 3005 में मंगल पर युद्ध होगा।..प्राचीन ग्रंथों के अनुसार पहले भी मंगल ग्रह पर युद्ध हुआ था। वैज्ञानिक कहते हैं कि मंगल पर कभी युद्ध हुआ था जिसके कारण वहां की धरती पर से जीवन नष्ट हो गया। हिन्दू ग्रंथों में मंगल को युद्ध का ग्रह माना गया है।