प्रस्तुत है इस श्रावण मास में कुछ ऐसे उपाय जो आप घर में बैठकर ही आसानी से कर सकते हैं और शिव जी की कृपा पा सकते हैं।
आपको सिर्फ अपनी राशि पता करना है और घर में ही शिव जी की प्रतिमा या तस्वीर का प्रबंध करना है और आसान से मंत्र को 11, 21, 51 या 108 बार या दिन भर बोलना है। यह उपाय ना सिर्फ भगवान शिव को प्रसन्न करते हैं बल्कि जहां आप निवास करते हैं वहां की भूमि, वातावरण और लोगों को भी आपके अनुकूल बनाते हैं-
मेष- अगर आपकी राशि मेष है तो आपको भगवान शिव की तस्वीर पर गुलाल का तिलक लगाना है और 'ॐ ममलेश्वराय नम:' मंत्र का जाप 21 बार करना है।
वृषभ- आपकी वृषभ राशि है तो मात्र दूध से घर में रखी शिवजी की तस्वीर को अनामिका (सबसे छोटी अंगुली के पास वाली अंगुली) से स्पर्श करें। आपका मंत्र है- 'ॐ नागेश्वराय नम:' इस मंत्र का पूरे श्रावण मास में जाप करें।
मिथुन- अगर आपकी राशि मिथुन है तो शिव जी की तस्वीर पर दही को अनामिका से स्पर्श करें। सारा दिन ॐ भूतेश्वराय नम: का जाप करें।
कर्क- कर्क राशि के व्यक्ति अगर प्रतिमा हो तो शिवजी का पंचामृत से अभिषेक करें। अन्यथा तस्वीर पर अबीर से तिलक लगाएं। महादेव के '11 नाम' का स्मरण करें।
सिंह- सिंह राशि वाले व्यक्ति शिवजी की तस्वीर पर शहद से तीन बूंद स्पर्श करें। 'ॐ नम: शिवाय' की एक माला तस्वीर के समक्ष करें।
कन्या- अगर आपकी कन्या राशि है तो शिव प्रतिमा का सिर्फ शुद्ध जल से अभिषेक करें। अगर प्रतिमा नहीं है तो तस्वीर के सामने 7 बार 'शिव-चालीसा' का पाठ करें। वेबदुनिया पर (शिव चालीसा की लिंक) उपलब्ध है।
तुला- तुला राशि है तो शिव तस्वीर के सामने का घी का दीपक जलाएं। 'रुद्राष्टक' का पाठ करें।
वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातक घर में ही शिवजी की तस्वीर को संभव हो तो लाल फूल अर्पित करें अगर नहीं है तो 51 चावल गिनकर तस्वीर के सामने चढ़ाएं। 11 बार 'ॐ अंगारेश्वराय नम:' का जाप करें।
धनु- अगर आपकी धनु राशि है तो शिव की तस्वीर के नीचे शकर या गुड़ रखें। 'ॐ रामेश्वराय नम:' का 108 बार जाप करें।
मकर- मकर राशि वाले जातक शिवजी की तस्वीर के समक्ष अनार का फल रखें अगर वह संभव न हो तो कोई भी लाल फल रख सकते हैं। ॐ महाकालेश्वराय नम: का 51 बार जाप करें।
कुंभ- कुंभ राशि वाले जातक शिवजी का दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, पांचों वस्तुओं को मिलाकर शिव जी को प्रसाद चढ़ाएं और 'ॐ शिवाय नम:' का जाप दिन भर करें।
मीन- मीन राशि वाले जातक शिवजी को उपलब्ध फल अर्पित करें। 'ॐ भौमेश्वराय नम:' का 11 बार जाप करें।