Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

मकर संक्रांति यानी पृथ्वी पर शुभ दिनों का आरंभ

हमें फॉलो करें मकर संक्रांति यानी पृथ्वी पर शुभ दिनों का आरंभ
इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी 2017 शनिवार को मनाई जाएगी। इस संक्रांति का पुण्य काल का समय 14 जनवरी 2017 को सुबह 7.50 से 5.40 तक रहेगा। पुण्यकाल स्नान, ध्यान तथा धार्मिक कार्यों के लिए विशेष महत्वपूर्ण होता है। 
मकर संक्रांति हिन्दू धर्म में मनाया जाने वाला प्रमुख पर्व है। पौष माह में जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब इस संक्रांति को मनाया जाता है। इसी दिन से सूर्य की उत्तरायण गति आरंभ होती है इसलिए इसे उत्तरायणी के नाम से भी पुकारा जाता है। मकर संक्रांति का पर्व जनवरी माह की 13 या 14 तारीख को पूरे भारत वर्ष में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। 
 
मकर संक्रांति से ही पृथ्वी पर शुभ और सुहाने दिनों की शरुआत होती है। इलाहाबाद में गंगा, यमुना एवं सरस्वती के संगम पर हर वर्ष मेले का आयोजन किया जाता है जो माघ मेले के नाम से विख्यात है। माघ मेले का पहला स्नान मकर संक्रांति से प्रारंभ होकर शिवरात्रि के आखिरी स्नान तक चलता है। 
 
बिहार में मकर संक्रांति के व्रत को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन खिचड़ी खाने एवं दान करने की प्रथा है। गंगा स्नान के पश्चात ब्राह्मणो एवं पूज्य व्यक्तियों में तिल एवं मिष्ठान के दान का विशेष महत्व है.
 
बंगाल में भी पवित्र स्नान के बाद तिल की प्रथा है। मकर संक्रांति पर गंगा सागर स्नान विश्व प्रसिद्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार महाराजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों के तर्पण के लिए वर्षों की तपस्या से के गंगा जी को पृथ्वी पर अवतरित होने पर विवश कर दिया था। मकर संक्रांति के दिन महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों का तर्पण किया था और उनके पीछे पीछे चलते हुए गंगा जी कपिल मुनि के आश्रम से होते हुए सागर में समा गई थीं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

क्या भूटान के राजकुमार का हुआ है पुनर्जन्म, जाने अनोखा रहस्य...