Shani Transit 2021 In Hindi : शनि लगभग ढाई वर्ष यानी कि 30 महीनों में अपना राशि परिवर्तन करता है। शनि ग्रह पिछले वर्ष से ही मकर राशि में मार्गी गोचर कर रहा है जिसके कारण 3 राशियों पर शनि की साढ़ेसाती ( Shani ki sade sati kin rashiyo par hai ) चल रही है। आओ जानते हैं कि धनु, मकर और कुंभ पर से कब हटेगी शनि की साढ़े साती।
1. धनु राशि : शनि ग्रह अगले वर्ष 29 अप्रैल 2022 को मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में आ जाएंगे, तब धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से राहत मिलेगी, परंतु 12 जुलाई 2022 को शनि वक्री होकर फिर से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद तब 17 जनवरी 2023 को धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी और मिथुन राशि वालों को ढैया से मुक्ति मिलेगी।
2. मकर राशि : मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थी। यह 29 मार्च 2025 को समाप्त होगी। वर्तमान में शनि मकर राशि में ही विराजमान है।
3. कुंभ राशि : कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती 24 जनवरी 2020 से शुरू हुई थी। इससे मुक्ति 3 जून 2027 को मिलेगी, परंतु शनि की महादशा से कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि के मार्गी होने पर छुटकारा मिलेगा, यानि कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी।
छोड़ दें सारी बुरी आदत : शनि महाराज को शराब पीने, ब्याज का धंधा करने, पराई महिला पर बुरी नजर रखने, किसी असहाय, श्वान और अन्य प्राणी को सताने और महिला एवं बड़ों का अपमान करने वाले लोग पसंद नहीं आते हैं।
शनि की साढ़ेसाती का असर : उपरोक्त आदते छोड़ देने चाहिए अन्यथा कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण में पारिवारिक जीवन और तीसरे चरण में सेहत पर सबसे ज्यादा असर डालता है। ढाई-ढाई साल के इन 3 चरणों में से दूसरा चरण सबसे भारी पड़ता है।