Weekly Muhurat 11 March To 17 March 2024: अपने प्रिय पाठकों के लिए वेबदुनिया यहां प्रस्तुत कर रहा हैं, मार्च 2024 के नए हफ्ते के शुभ मुहूर्त से संबंधित खास सामग्री। यहां जानिए 11 से 17 मार्च 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, जिसमें आप जानेंगे आने वाले दिवस विशेष, व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर, परिवर्तन के बारे में खास जानकारी एकसाथ-
(साप्ताहिक मुहूर्त : 11 मार्च से 17 मार्च 2024 तक)
11 मार्च 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/चंद्रदर्शन
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में सवाकिलो मखाने चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
12 मार्च 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया/तृतीया (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रेवती
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-अमृतसिद्धि योग/पंचक समाप्त
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
13 मार्च 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्थी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अश्विनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मेष
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/विनायकी चतुर्थी/मूल समाप्त/रवियोग
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकले।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-गणेश मंदिर में हरे फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
14 मार्च 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-मीन संक्रांति (सूर्य गोचर)
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीली ध्वजा लगाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
15 मार्च 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कुम्भ
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-खरमास (मलमास) प्रारंभ/सौर चैत्र मास प्रारंभ
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में खीर का भोग लगाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
16 मार्च 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सर्वार्थसिद्धियोग/अमृतयोग/द्विपुष्कर योग
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में काले तिल मिश्रित सरसों का तेल चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
17 मार्च 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-श्री दादूदयाल जयंती/होलाष्टक प्रारंभ
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में 11 बादाम चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र