अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है।
आपके लिए प्रस्तुत हैं अगस्त माह के शुभ-अशुभ योग। अगर शुभ योगों का सोच-विचार कर कार्य किया जाए तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है। आइए जानें अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग :-
अगस्त माह के कार्य-सिद्धि योग
दिनांक |
समय |
01 अगस्त |
सूर्योदय से 07.42 तक |
04 अगस्त |
सूर्योदय से रात्रि 10.39 तक |
06 अगस्त |
सूर्योदय से सायं 07.41 तक |
10 अगस्त |
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सूर्योदय से सायं 07.02 तक |
13 अगस्त |
सूर्योदय से रात्रि 11.14 तक |
19 अगस्त |
सूर्योदय से दिन 01.23 तक |
28 अगस्त |
सूर्योदय से सायं 06.08 तक |
अमृत सिद्धियोग
08 अगस्त |
सायं 06.26 से देर रात्रि 05.28 तक |
10 अगस्त |
सूर्योदय से सायं 07.02 तक |
13 अगस्त |
सूर्योदय से रात्रि 11.14 तक |
सर्वदोषनाशक रवियोग
05 अगस्त |
रात्रि 08.58 से 06 अगस्त सायं 07.41तक । |
17 अगस्त |
प्रात: 07.03 से दिन 12.27तक । |
18 अगस्त |
दिन 10.12 से 19 अगस्त दिन 01.23 तक । |
20 अगस्त |
दिन 04.25 से 21 अगस्त सायं 07.05 तक । |
23 अगस्त |
रात्रि 10.36 से 24 अगस्त रात्रि11.13 तक । |
27 अगस्त |
रात्रि 08.20 से 28 अगस्त सायं 06.08 तक । |
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द्विपुष्कर (दोगुना फल) योग
01 अगस्त |
01 अगस्त अपराह्न 01/09 से देर रात्रि 05/19 तक |
त्रिपुष्कर (तीनगुना फल) योग
22 अगस्त |
प्रात: 05.35 से दिन 12.26 तक |
30 अगस्त |
रात्रि 20.28 से देर रात्रि 05.38 तक |
विघ्नकारक भद्रा
02 अगस्त |
रात्रि 08.21 से 03 अगस्त प्रात: 06.45 तक |
05 अगस्त |
रात्रि 10.28 से 06 अगस्त प्रात: 09.23 तक |
08 अगस्त |
देररात्रि 05.21 से 09 अगस्त सायं 05.00 तक |
12 अगस्त |
सायं 05.43 से 13 अगस्त प्रात: 06.17 तक |
18 अगस्त |
दिन 04.35 से 19 अगस्त प्रात: 05.55 तक |
22 अगस्त |
दिन 12.26 से रात्रि 12.57 तक |
25 अगस्त |
रात्रि 12.24 से 26 अगस्त दिन 11.42 तक |
28 अगस्त |
देररात्रि 03.37 से 29 अगस्त दिन 01.53 तक |
31 अगस्त |
देर रात्रि 03.08 से। |
पंचक
01 अगस्त |
सायं 06.31 से 05 अगस्त रात्रि 08.58 तक । |
28 अगस्त |
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