15 अप्रैल 2019 की मध्य रात्रि के बाद रात 1.18 बजे शुक्र ने अपना राशि परिवर्तन किया और इन दिनों वे मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं। शुक्र 10 मई 2019 तक मीन राशि में रहेंगे।
शुक्र ग्रह अगर अशुभ हो तो, इसका संकेत आपको खुद ही मिलने लगता है। शुक्र के अशुभ होने की स्थिति में जातक का अंगूठा बिना किसी बीमारी के ही बेकार हो जाता है। बार-बार स्वप्न-दोष और त्वचा संबंधी रोग होने लगता है। शुक्र आपकी सुंदरता से भी जुड़ा होता है। ऐसे में इसके अशुभ प्रभाव से आपके चेहरे की की लालिमा कम हो जाएगी।
शुक्र के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय
– शुक्रवार का व्रत रखने से लाभ होता है।
– अपने भोजन से पहले गाय को खिलाना चाहिए।
– माता लक्ष्मी की उपासना करना फायदेमंद होता है।
– सफेद एवं साफ वस्त्र धारण करना चाहिए।
– शुक्रवार को शुक्र से संबंधित वस्तुओं (श्वेत वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, इत्र, चांदी, शक्कर, दूध-दही, चावल, घी, स्फ़टिक, सफेद पुष्प) आदि का दान करना लाभदायी होता है।
– शुक्रवार के दिन ब्राह्मणों को श्वेत मिष्ठान या खीर खिलाना फायदेमंद होगा।
– शुक्रवार को मंदिर में तुलसी का पौधा लगाना भी शुभ होता है।
– प्रत्येक शुक्रवार चींटियों को आटा में पिसी हुई शक्कर मिलाकर खिलाएं।
– ॐ शुं शुक्राय नम: का जाप करना चाहिए।
– किसी दूसरे का पालन-पोषण करना भी खराब शुक्र को मजबूती प्रदान करता है।
– शुक्रवार का व्रत रखना शुरू करें।
– गणपति पूजन से भी शांति का अनुभव होगा।
– शुक्र के अशुभ प्रभाव की स्थिति में राशि और नक्षत्रों के अनुसार रत्न धारण करने से लाभ होता है।