23 नवंबर 2022 को पश्चिम में होगा शुक्र का तारा उदय-
हमारे सनातन धर्म में प्रत्येक कार्य के लिए एक अभीष्ट मुहूर्त निर्धारित है।
वहीं कुछ अवधि ऐसी भी होती है जब शुभकार्य के मुहूर्त का निषेध होता है।
इस अवधि में सभी शुभ कार्य जैसे विवाह,मुंडन,सगाई,गृहारम्भ व गृहप्रवेश के साथ व्रतारम्भ एवं व्रतउद्यापन आदि वर्जित रहते हैं।
शुभ एवं मांगलिक मुहूर्त्त के निर्धारण में गुरू एवं शुक्र के तारे का उदित स्वरूप होना बहुत आवश्यक है।
गुरु व शुक्र के तारे के अस्त होने पर किसी भी प्रकार के शुभ एवं मांगलिक कार्यों के मुहूर्त नहीं बनते।
अभी वर्तमान में शुक्र का तारा अस्त प्रारूप में चल रहा है जो कि दिनांक 23 नवंबर 2022, दिन बुधवार तिथि मार्गशीर्ष (अगहन) अमावस को पश्चिम में उदित होगा।
पंचांग भेद व मतान्तर से शुक्र का तारा 19 नवंबर एवं 22 नवंबर को भी उदित होना बताया गया है।
हमारी मान्यता अनुसार शुक्रोदय 23 नवंबर 2022 को पश्चिम में उदय होगा।
अत: 23 नवंबर पश्चात विवाह आदि शुभ-मांगलिक कार्यों प्रारम्भ हो सकेंगे।
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र