* सूर्य का मेष राशि में प्रवेश, जानिए कैसा होगा 12 राशियों के लिए...
* सूर्य ने बदली अपनी राशि, जानिए क्या होगा आप पर असर
सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में 14 अप्रैल, शुक्रवार को रात्रि 2 बजे आ गया है एवं 15 मई, शनिवार को मध्यरात्रि में 24 बजकर 00 मिनट तक रहेगा। आइए जाने कैसा रहेगा 12 राशियों पर।
मेष राशि वालों के लिए सूर्य पंचमेश होकर उच्च का होने से संतान से प्रसन्नता रहेगी। प्रभाव में वृद्धि होगी। मनोरंजन के साधनों में वृद्धि होगी। मनोनुकूल समाचार मिलने से प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
वृषभ राशि वालों के लिए सुखेश होकर व्ययभाव में होने से सुख में कुछ कमी महसूस करेंगे। पारिवारिक साहस तो मिलेगा लेकिन कहीं न कहीं चिंता के भाव भी नजर आएंगे। माता के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। बाहरी सहयोग मिलेगा, यात्रा के योग बनेंगे।
मिथुन राशि वालों के लिए पराक्रम भाव का स्वामी आय भाव एकादश में होने से आय के साधनों में वृद्धि होगी लेकिन परिश्रम भी करना पड़ेगा। भाइयों का सहयोग, साझेदारी में लाभ रहेगा। शत्रु परास्त होंगे।
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य दशम भाव में द्वितीयेश होने से कुटुम्बीजनों का सहयोग मिलेगा। वाणी के प्रभाव से कार्य बनेंगे। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरीपेशा व्यक्ति सहयोग के साथ लाभ पाएंगे।
सिंह राशि वालों के लिए लग्नेश होकर नवम भाग्य में उच्च का होने से भाग्य में वृद्धि होगी वहीं साहस बढ़ेगा, प्रभाव में वृद्धि होगी। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी, महत्वपूर्ण कार्य बनेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
कन्या राशि वालों के लिए द्वादशेश होकर अष्टम में होने से बाहरी मामलों में सावधानी रखना होगी। यात्रा संभलकर करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। किसी भी प्रकार के वाद-विवादों से बचना होगा। लेन-देन संभलकर करें।
तुला राशि वालों के लिए एकादशेश होकर सप्तम भाव से भ्रमण करने से जीवनसाथी से प्रसन्नता के साथ लाभजनक स्थिति रहेगी। दैनिक व्यवसाय में प्रगति के साथ आय के साधनों में भी वृद्धि होगी। छोटे भाइयों का सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक राशि वालों के लिए दशम भाव का स्वामी षष्ठ भाव से होने से शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजयी होंगे। नौकरीपेशा सावधानी से चलें, वहीं व्यापारीगण अपने कार्य में व्यस्तता पाएंगे।
धनु राशि वालों के लिए भाग्येश होकर पंचम से होने से संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा वहीं विद्यार्थी वर्ग के लिए समय ठीक रहेगा। मनोवांछित परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाग्य भी साथ देगा। पुराने कार्य निपटाने के लिए समय उत्तम है।
मकर राशि वालों के लिए अष्टमेश होकर चतुर्थ भाव सुख से होने से पारिवारिक मामलों में सावधानी रखना होगी, वहीं माता के स्वास्थ्य में गड़बड़ी रह सकती है। भूमि से संबंधित कार्यों में संभलकर चलें। लेन-देन से बचें।
कुंभ राशि वालों के लिए सप्तमेश होकर तृतीय भाव से होने से पराक्रम द्वारा लाभजनक स्थिति रहेगी। साझेदारी के मामलों में संभलकर चलना होगा। जीवनसाथी का सहयोग लाभकारी रहेगा। स्वास्थ्य मिला-जुला रहेगा। शत्रु प्रभावहीन होंगे।
मीन राशि वालों के लिए षष्टेश होकर द्वितीय भाव से होने से वाणी के प्रभाव से कार्य बनेंगे। शत्रु वर्ग से चिंता दूर होगी। कुटुम्बीजनों का सहयोग मिलेगा। धन की बचत कम होगी लेकिन आवक होती रहेगी।
वृषभ राशि वालों के लिए सुखेश होकर व्ययभाव में होने से सुख में कुछ कमी महसूस करेंगे। पारिवारिक साहस तो मिलेगा लेकिन कहीं न कहीं चिंता के भाव भी नजर आएंगे। माता के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। बाहरी सहयोग मिलेगा, यात्रा के योग बनेंगे।
मिथुन राशि वालों के लिए पराक्रम भाव का स्वामी आय भाव एकादश में होने से आय के साधनों में वृद्धि होगी लेकिन परिश्रम भी करना पड़ेगा। भाइयों का सहयोग, साझेदारी में लाभ रहेगा। शत्रु परास्त होंगे।
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य दशम भाव में द्वितीयेश होने से कुटुम्बीजनों का सहयोग मिलेगा। वाणी के प्रभाव से कार्य बनेंगे। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरीपेशा व्यक्ति सहयोग के साथ लाभ पाएंगे।
सिंह राशि वालों के लिए लग्नेश होकर नवम भाग्य में उच्च का होने से भाग्य में वृद्धि होगी वहीं साहस बढ़ेगा, प्रभाव में वृद्धि होगी। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे। धर्म-कर्म में आस्था बढ़ेगी, महत्वपूर्ण कार्य बनेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
कन्या राशि वालों के लिए द्वादशेश होकर अष्टम में होने से बाहरी मामलों में सावधानी रखना होगी। यात्रा संभलकर करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। किसी भी प्रकार के वाद-विवादों से बचना होगा। लेन-देन संभलकर करें।
तुला राशि वालों के लिए एकादशेश होकर सप्तम भाव से भ्रमण करने से जीवनसाथी से प्रसन्नता के साथ लाभजनक स्थिति रहेगी। दैनिक व्यवसाय में प्रगति के साथ आय के साधनों में भी वृद्धि होगी। छोटे भाइयों का सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक राशि वालों के लिए दशम भाव का स्वामी षष्ठ भाव से होने से शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। कोर्ट-कचहरी के
मामलों में विजयी होंगे। नौकरीपेशा सावधानी से चलें, वहीं व्यापारीगण अपने कार्य में व्यस्तता पाएंगे।
धनु राशि वालों के लिए भाग्येश होकर पंचम से होने से संतान पक्ष का सहयोग मिलेगा वहीं विद्यार्थी वर्ग के लिए समय ठीक रहेगा। मनोवांछित परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। भाग्य भी साथ देगा। पुराने कार्य निपटाने के लिए समय उत्तम है।
मकर राशि वालों के लिए अष्टमेश होकर चतुर्थ भाव सुख से होने से पारिवारिक मामलों में सावधानी रखना होगी, वहीं माता के स्वास्थ्य में गड़बड़ी रह सकती है। भूमि से संबंधित कार्यों में संभलकर चलें। लेन-देन से बचें।
कुंभ राशि वालों के लिए सप्तमेश होकर तृतीय भाव से होने से पराक्रम द्वारा लाभजनक स्थिति रहेगी। साझेदारी के मामलों में संभलकर चलना होगा। जीवनसाथी का सहयोग लाभकारी रहेगा। स्वास्थ्य मिला-जुला रहेगा। शत्रु प्रभावहीन होंगे।
मीन राशि वालों के लिए षष्टेश होकर द्वितीय भाव से होने से वाणी के प्रभाव से कार्य बनेंगे। शत्रु वर्ग से चिंता दूर होगी। कुटुम्बीजनों का सहयोग मिलेगा। धन की बचत कम होगी लेकिन आवक होती रहेगी।