Rohini nakshatra me surya: 25 मई 2022 बुधवार को सूर्य ने कृतिका नक्षत्र से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया है। सूर्य जब रोहिणी में गोचर करने लगता है तब सूर्य की सीधी लम्बवत किरणें धरती पर खासकर भारत में पड़ती है। इससे धरती पर तपिश के साथ ही आंधी और तूफान भी बढ़ जाते हैं।
सूर्य का रोहिणी में गोचर : प्रतिवर्ष ग्रीष्म ऋतु के ज्येष्ठ माह में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में गोचर करने लगता है। सूर्य का यह गोचर काल लगभग 15 दिनों तक के लिए रहता है। इस बार सूर्य ने 25 मई बुधवार को 8 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया था, जहां अब वह 8 जून की सुबह 6 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। यानी की इस बार वह 14 दिनों तक ही रोहिणी नक्षत्र में रहेगा। प्रारंभिक नौ दिनों को नौतपा कहते हैं।
रहें सावधान : सूर्य जब तक रोहिणी नक्षत्र में रहता है तब तक धरती पर खूब गर्मी पड़ने के साथ ही आंधी तूफान भी आते हैं। इसी दौरान समुद्र के पानी का वाष्पीकरण तेज हो जाता है जिसके चलते घने बादल बनते हैं और फिर बारिश होने लगती है। आंधी-तूफान वाला क्षेत्रों में रहते हैं तो इन 15 दिनों में ज्यादा सतर्क रहें।
1. क्या खाएं : दही, मक्खन, तरबूज, खरबूज, खीरा, गुलुकंद, ककड़ी, प्याज, खाएं। बगैर कुछ खाए पिए घर से न निकलें।
2. क्या पीएं : नारियल पानी, जलजीरा, नीम्बू पानी, लस्सी, मट्ठा (छांछ), आम का पना, बेल का रस और खस का शरबत पीएं।
3. मेहंदी : परंरपरा के अनुसार नौतपा के दौरान महिलाएं हाथ पैरों में मेहंदी लगाती हैं, क्योंकि मेहंदी की तासीर ठंडी होती है। इसके अलावा सिर पर चंदन लगा सकते हैं।
4. शरीर को रखें ढंककर : नौतपा के दौरान खुले शरीर बाहर न निकलें, टोपी पहने, कानों को ढंककर रखें और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं।
5. क्या पहनें : नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनें जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहे।
6. ग्लुकोज : इन सबके अलावा समय-समय पर आवश्यकता के अनुसार ग्लुकोज का सेवन करते रहें और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न करें।
7. लू लगने पर क्या करें : यदि लू लगने के लक्षण नजर आते हैं तो पैरों के तलवे में प्याज का का रस लगाएं या कटा हुआ प्याज घिसे। ज्यादा परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
8. क्या न खाएं : तली हुई या मसालेदार चीज़ों से दूर रहें, मिर्च का उपयोग कम कर दें। गर्म खाद्य पदार्थ का सेवन न करें। बासी भोजन न करें। साफ पानी पीएं।
9. टेंप्रेचर का रखें ध्यान : एसी से निकलते ही एकदम धूप या गर्मी में न जाएं या तेज गर्मी से एकदम एसी में न जाएं। नार्मल टेंप्रेचर में रहें।
10. ठंडे पानी से परहेज करें : एकदम ठंडा या फ्रिज का पानी न पीएं। ज्येष्ठ माह में मटके का पानी पीने की सलाह दी जाती है।