संक्रांति के बाद कैसे करें सूर्य पूजन जानिए सरल विधि
सूर्योदय से पहले उठें। सूर्यदेव की पहले मानस पूजा करनी चाहिए। सुबह का समय संवेदनशील होता है। अपने मन और तन से एकाग्र होकर सूर्य की आराधना करें।
फिर स्नान के पश्चात पानी में लाल चंदन मिलाकर तांबे के छोटे कलश से सूर्यदेव को जल चढ़ाएं।
रोली, हल्दी व सिंदूर मिश्रित जल से सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
लाल दीपक यानी घी में लाल चंदन मिलाकर दीपक लगाएं।
भगवान सूर्य को लाल फूल चढ़ाएं।
गुग्गुल की धूप करें, रोली, केसर, सिंदूर आदि चढ़ाना चाहिए।
गुड़ से बने हलवे का भोग लगाएं और लाल चंदन की माला से “ॐ दिनकराय नमः” मंत्र का जाप करें।
पूजन के बाद नैवेद्य लगाएं और उसे प्रसाद के रूप में बांट दें।
दूध, चावल और मिश्री का भोग करियर में सफलता देगा।
सूर्य मंत्र का श्रद्धानुसार जाप करें।