नवग्रहों में राहु और केतु को भले ही छाया ग्रह माना गया हो, लेकिन किसी भी व्यक्ति के जीवन और ग्रहों के परिणामों पर सबसे ज्यादा प्रभाव इन दो छाया ग्रहों का ही होता है। किसी बनते कार्य को बिगाड़ने और रुके कार्य को अचानक सुधारने के पीछे ये दो ग्रहों का बड़ा हाथ होता है। अत: यह आवश्यक है कि इन्हें स्वयं के लिए शुभ बना लिया जाए। खास तौर से राहु को।
इन 3 लक्षणों से आप जान सकते हैं, कि राहु आपको शुभ परिणाम दे रहा है या अशुभ परिणाम। अगर राहु के अशुभ परिणाम आपको मिल रहे हैं, तो नीचे दिए गए 6 सरल उपाय आपके लिए कारगर सिद्ध होंगे -
राहु अशुभ होने के लक्षण :-
1 राहु जब अशुभ फल देता है, तो जातक के हाथों के नाखून झड़ने लगते हैं।
2 शत्रुओं की वृद्धि होने लगती है।
3 दिमाग काम नहीं करता है।
सरल उपाय :-
1 संयुक्त परिवार में रहें।
2 सिर पर चोटी रखें।
3 कोयला बहते पानी में डाले।
4 सरस्वती जी की आराधना करें।
5 गोमेद मध्यमिका अंगुली में धारण करें।
6 चांदी का चौकोर टुकड़ा अपने पास रखें।