आज हम आपको पशु-पक्षियों से संबंधित कुछ संकेत उनके रोचक और अनोखे टोटके तथा शकुन-अपशकुन के बारे में बता रहे हैं। यहां जानिए पक्षियों से संबंधित शकुन-अपशकुन
* चातक- स्वाभिमानी तथा आत्मगौरव का प्रतीक है।
* चक्रवाक- रात्रि में विरह का अभिशाप है।
* हंस- आध्यात्मिक शक्ति, उन्नयन तथा प्रशांति का प्रतीक है।
* गिद्ध- दक्षिण अफ्रीका में गिद्ध की उपस्थिति को दुर्भाग्य का सूचक कहा जाता है। इसके प्रकट होने पर दुर्भिक्ष तथा महामारी की आशंका रहती है।
* चकोर : चकोर उदात प्रणय का उदाहरण है। यह पक्षी जीवन की सुरक्षा का प्रतीक है। रोग के समय चकोर का ध्यान करना आयु की वृद्धि का सूचक है। विषाक्त पदार्थों को देखकर चकोर की आंखों का रंग बदल जाता है। अत: इस पक्षी को पूज्य माना गया है।
* बगुला- दंभ, अहंकार तथा धोखे की प्रवृत्ति से लांछित पक्षी है अत: निंदनीय है।
* मुर्गा- अस्थिरता का प्रतीक है, विषमतायुक्त है।
* बुलबुल- रहस्यमय है तथा चुगली की प्रतीक है।
* सारस- सतर्कता का प्रतीक है।
* काक (कौआ)- घर की छत से किया गया 'कौआ' शब्द अतिथि के आगमन तथा शुभ समाचार का सूचक है। इसके विपरीत कौवों का कांव-कांव करते हुए समूह में उड़ना विनाश का प्रतीक है। शत्रु पर आक्रमण के समय कौवों का कांव-कांव करना पराजय का प्रतीक है।
प्रात: एक काक का देखना अशुभ माना गया है, परंतु दो के दर्शन अत्यंत शुभ कहे गए हैं।
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