इस माह 21 अप्रैल, 2023 को दोपहर 1 बजकर 25 मिनट पर बुध ग्रह मंगल की मेष राशि में वक्री हो जाएंगे। बुध के वक्री होने से सभी राशियों सहित देश दुनिया पर इसका शुभ और अशुभ असर देखने को मिलता है। दरअसर, कोई ग्रह वक्री नहीं होता है यह एक भ्रामक स्थिति है। जैसे पास वाली ट्रेन चलती है तो हमें लगता है कि हमारी ट्रेन चल रही है। उसी तरह का यह खेल है।
मेष राशि : मेष राशि में बुध के होने से जातक पर मंगल का भी प्रभाव देखने को मिलेगा। मेष में बुध होने का अर्थ है कि ऐसे जातक काफी मजबूत व्यक्तित्व वाले होते हैं और साथ ही विद्वान भी होते हैं। लेकिन यदि जन्म कुंडली में बुध पीड़ित अवस्था में मौजूद हों तो इसके फलस्वरूप जातक कर्ज और कारावास का सामना भी कर सकता है।
राजनीति और धर्म : धर्म कर्म में लोगों की रुचि बढ़ जाएगी। सरकार पर संकट आ सकता है। विदेशी ताकतें परेशानियां खड़ी करेंगे। पक्ष विपक्ष में वाद विवाद बढ़ जाएंगी।
व्यापार : बुध के वक्री होने से व्यापार के क्षेत्र में मंदी आ सकती है। उत्पादन में गिरावट आ सकती है। खासकर ऐसे व्यापार जो मनोरंजन और रचनात्मक कार्यों से जुड़े हैं।
नौकरी : रचनात्मक क्षेत्र में गिरावट के संकते हैं। आर्टिस्ट, पेंटर, म्यूजिक डायरेक्टर आदि को कुछ बाधाओं और काम में विलंब का सामना करना पड़ सकता है।