इस बार 27 मार्च से नया सप्ताह शुरू हो रहा है, जो कि 2 अप्रैल 2023 को समाप्त होगा। मार्च के आखिरी दिनों और अप्रैल माह के साप्ताहिक मुहूर्तों की श्रृंखला में वेबदुनिया के प्रिय पाठकों के लिए यहां प्रस्तुत हैं इस हफ्ते के शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी। यहां जानिए इस हफ्ते होने वाले ग्रह परिवर्तन, विशेष त्योहार तथा दिवस से संबंधित हर जानकारी। नए हफ्ते के शुभ मुहूर्त यहां जानिए-
(साप्ताहिक मुहूर्त : 27 मार्च से 2 अप्रैल 2023 तक)
27 मार्च 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-षष्ठी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में छैने से बनी मिठाई अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
28 मार्च 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/द्विपुष्कर योग
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखी दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
29 मार्च 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/श्री दुर्गाष्टमी/श्री अशोकाष्टमी
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-अशोक वृक्ष का पंचोपचार पूजन करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 मार्च 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतयोग/श्री रामनवमी/श्री दुर्गा नवमी/गुरु अस्त पश्चिम (पंचांग भेद)
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-राम मंदिर में पीताम्बर भेंट कर बेसन से बनी मिठाई चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
31 मार्च 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-गुरु तारा अस्त (पश्चिम)/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में श्वेत ध्वजा चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
1 अप्रैल 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-कामदा एकादशी व्रत (स्मार्त/वैष्णव)/भद्रा
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को इमरती भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
2 अप्रैल 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मीन
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-कामदा एकादशी व्रत (निम्बार्क)/ विष्णु द्वादशी
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र