2024 weekly muhurat : अपने प्रिय पाठकों के लिए वेबदुनिया यहां प्रस्तुत कर रहा हैं 29 से 04 अगस्त 2029 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, यहां आप जानेंगे व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर, आने वाले दिवस के बारे में हर जानकारी एक साथ।
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त 29 जुलाई से 04 अगस्त तक)
29 जुलाई 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-भरणी
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिवलिंग का दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
30 जुलाई 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/भद्रा
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में सिन्दूर का चोला चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
31 जुलाई 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-कामदा एकादशी व्रत(सर्वे.)/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकले।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
01 अगस्त 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/जातकर्म/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को भोजन करवाकर दक्षिणा प्रदान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
02 अगस्त 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/मास शिवरात्रि/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में मखाने से बनी खीर अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
03 अगस्त 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र
करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
04 अगस्त 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस्या
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-नागव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/रविपुष्य योग/देवपितृकार्य हरियाली अमावस्या/मूल प्रारम्भ
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारम्भ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र