मेष और वृश्चिक राशियों के स्वामी मंगल अपनी नीच राशि कर्क में गमन कर रहे थे। 26 मई को ये कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इससे मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को राहत मिलेगी और पिछले लंबे समय से चलता आ रहा तनाव भी कम होने लगेगा। आइए राशि अनुसार मंगल के गोचर से होने वाले प्रभावों का अध्ययन करें।
मेष : इन जातकों के लिए मंगल पंचम भाव में भ्रमण करेंगे। हालाँकि राशि स्वामी होने और नीच राशि से मुक्त होने से तनाव और व्यर्थ चिंताओं से मुक्ति मिलेगी। संतान के कार्यों में भी यश मिलेगा। मगर पेट संबंधी परेशानियाँ उभर सकती हैं। धन को भी संभालकर रखे। बेकार की यात्राओं से बचे।
वृषभ : इस राशि के लिए मंगल चतुर्थ स्थान से भ्रमण करेंगे। चित्त में अस्थिरता रह सकती है, भोजन और नींद में अनियमितता के चलते कार्य में मन नहीं लगेगा। स्वजनों के विरोध का भी सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि गुरु की अनुकूलता से काम बनते रहेंगे। इष्ट का ध्यान करें।
मिथुन : तीसरे भाव में आया मंगल पराक्रम वृद्धि व शत्रु विजय के संकेत दे रहा है। धन लाभ होगा, नए अवसर मिलेंगे। घर में खुशी का माहौल रहेगा। स्वास्थ्य में आ रही तकलीफ के भी दूर होने के संकेत है।
कर्क : दूसरे भाव में आया मंगल व्यर्थ खर्च और भागदौड़ बढ़ाने वाला है। आँखों की सही देखभाल करना चाहिए। धन और नौकरी के निर्णय सावधानी और बड़ों की सलाह से लेने चाहिए। कुसंगति और विवाद से दूर रहे।
सिंह : प्रथम भाव में आया मंगल मनस्ताप बढा़ने वाला और मन में विकलता, क्रोध बढा़ने के संकेत दे रहा है। रक्त-पित्त की व्याधियाँ भी सामने आ सकती है। खानपान का विशेष ध्यान रखना होगा। वाहन सावधानी से चलाए और आग से भी सावधानी रखें। इष्ट का ध्यान करें।
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कन्या : बारहवें भाव का मंगल निराशा, विवाद और आर्थिक हानि को बढा़ने वाला है। विदेश जाने का प्रयास चल रहा है तो सफलता मिलेगी। आँखों की देखभाल करे और गर्मी से बचें।
तुला : ग्यारहवें भाव का मंगल सफलतादायक है। भूमि-भवन के कामों में लाभ होगा। शत्रु पराजित होंगे, लोकप्रियता बढ़ेगी। धन के कार्य भी बनाते दिखाई देंगे। समय खुशी का है।
वृश्चिक : दसवाँ मंगल पुराने कष्ट-चिंता दूर करेगा। किए गए कामों में अधिक मेहनत के बाद ही सफलता मिल सकेगी। नया कार्य शुरू न करें। भोजन की अधिकता से बचें। मित्रों पर अति विश्वास न करें।
धनु : नवम भाव में आया मंगल पुराने लंबित कार्य निपटाने वाला है। भाई-बंधुओं के विरोध का सामना करना होगा। शारीरिक दुर्बलता के चलते मन अस्थिर रह सकता है। खर्च बढे़गा, यात्रा आदि में भी धन खर्च होगा। खान-पान पर नियंत्रण रखें।
मकर : आठवाँ मंगल व्यर्थ भ्रमण और दुर्घटना भय को बढा़ने वाला है। वाहन सावधानी से चलाए और नए निर्णय गुरु की सलाह से ही लें। मन पर नियंत्रण रखे, वाद-विवाद से बचें।
कुंभ : सातवाँ मंगल जीवनसाथी के स्वास्थ्य में कष्ट और क्रोध बढा़ने वाला है। दूसरों की गलती का भुगतान आपको करना पड़ सकता है। अतः कार्य क्षेत्र में विशेष सावधानी रखें। अपना कार्य करे, दूसरों के मामले में न बोले। नेत्रों का ध्यान रखें।
मीन : यह मंगल शत्रु विजय और धनलाभ के अवसर देने वाला है। अटके कार्य पूरे होंगे, मान-सम्मान बढेगा। खुशियाँ मिलेंगी। स्वास्थ्य अच्छा रहने से उत्साह भी बना रहेगा।
विशेष : मंगल सिंह राशि में 20 जुलाई तक रहेंगे। मंगल के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए लाल मसूर का दान, गुड को बहते पानी में बहाना, हनुमान जी और इष्ट की आराधना, सुन्दर कांड का पाठ और रक्तदान अनुकूलता के लिए श्रेष्ठ हैं। मसालेदार भोजन और नशे की हर वस्तु से परहेज करें।