Shani gochar 2022 : शनि ग्रह 29 अप्रैल से ही कुंभ राशि में गोचर कर रहा है जहां रहकर वह 5 जून 2022 को वक्री हुआ। इसके बाद अब शनि 12 जुलाई, 2022 की सुबह 10:28 बजे स्वराशि मकर में वक्री चाल चलेगा। आओ जानते हैं मकर में गोचर से किसे मिलेगी ढैया से मुक्ति और कौन होगा ढैया का शिकार।
इस वर्ष अर्थात 29 अप्रैल 2022 को शनि मकर से निकलकर जब कुंभ राशि में भ्रमण करना प्रारंभ किया था तब मीन, कुंभ और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती तथा कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या लगी थी। लेकिन अब 64 दिनों बाद शनि पुन: पुन: मकर में वक्री ही गोचर कर रहे हैं जिसके चलते कर्क और वृश्चिक राशि वालों को ढैया से कुछ समय के लिए राहत मिलेगी। ढैया का असर नहीं होगा लेकिन शनि के मकर में गोचर का असर होगा। दूसरी ओर मिथुन और तुला राशि वालों पर ये फिर से शुरू हो जाएगी ढैय्या।
कर्क और वृश्चिक को मिलेगी मुक्ति :
1. कर्क राशि : आपकी राशि के सातवें भाव में शनि का वक्री गोचर होगा। विवाह नहीं हुआ है तो प्रस्ताव मिलेंगे। वैवाहिक जीवन में थोड़ा बहुत तनाव रहेगा। साझेदारी के व्यापार में सतर्क रहना होगा। हालांकि खुद के व्यापार में लाभ होगा। नौकरी में उन्नति होगी। सेहत का ध्यान रखना होगा।
2. वृश्चिक राशि : आपकी राशि के तीसरे भाव में शनि का वक्री गोचर होगा। भाई बहनों से संबंध में खटास आ सकती है। नौकरी में बदलाव की संभावना है। व्यापारियों को उनके पिछले कार्यों में लाभ मिल सकता है। योजना बनाकर काम करें।
मिथुन और तुला को लगेगी ढैया:
मिथुन राशि : आपकी राशि के आठवें में शनि का वक्री गोचर होगा। इस दौरान अचानक लाभ या हानि होने की संभावन रहेगी। घटना और दुर्घटना बढ़ सकती है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव रहेगा। यह ढैया आपके जीवन में बढ़ा परिवर्तन ला सकती है। आर्थिक उथल पुथल भी रहेगी। हालांकि कर्ज से मुक्त होने के योग भी बनेंगे।
तुला राशि : आपकी राशि के चौथे भाव में वक्री शनि का मकर में गोचर हो रहा है। भूमि या भवन खरीदने के योग बनेंगे। नौकरी और करियर में लाभ होगा। माता की सेहत का ध्यान रखना। व्यापार में भी लाभ की संभावना है। नौकरी में पदोन्नति हो सकती है।