-ज्योतिषाचार्य डॉ. प्रणयन एम. पाठक
जिस ग्रह की दशा के प्रभाव में हम होते हैं, उसकी स्थिति के अनुसार शुभाशुभ फल हमें मिलता है। जब भी कोई ग्रह अपना शुभ या अशुभ फल प्रबल रूप में देने वाला होता है, तो वह कुछ संकेत पहले से ही देने लगता है। इनके उपाय करके बढ़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। आइए जानें...
किसी प्रकार के त्वचा संबंधी रोग जैसे दाद-खुजली आदि उत्पन्न होते हैं।
स्वप्नदोष, धातुक्षीणता आदि रोग प्रकट होने लगते हैं।
कामुक विचार हो जाते हैं।
किसी महिला से विवाद होता है।
हाथ या पैर का अंगूठा सुन्न या निष्क्रिय होने लगता है।