प्रशासनिक सेवा में जाना और उच्च पद पर आसीन होना हर व्यक्ति का सपना होता है। कई बार अथक प्रयास करने के बाद भी विफलता ही हाथ लगती है, वहीं कुछ व्यक्ति साधारण प्रयास से ही अधिकारी बन जाते है- जानते हैं क्यों? पक्की नौकरी, उच्च पद दिलाने में कुंडली के ग्रह भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रशासनिक सेवा या सरकारी नौकरी के लिए सूर्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सूर्य नवम् और दशम भाव में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यदि इन भावों में सूर्य स्वराशि या मित्र राशि में हो, तो सरकारी सेवा में चयन के योग बढ़ जाते है। यदि सूर्य चतुर्थ भाव में होकर दशम को देख रहा हो, तब भी यह योग बनता है। यदि सूर्य छठे, आठवें, दूसरे, व्यय भाव में हो तो सरकारी सेवा में चयन के योग कम माने जाते है। इसके अलावा सूर्य पर राहू-केतु का प्रभाव हो तो सूर्य का बल दूषित माना जाता है।
सूर्य के अतिरिक्त कुंडली में पंचमेश, भाग्येश और दशमेश सूर्य का मजबूत होना भी जरूरी होता है। सेना में चयन हेतु मंगल, अध्यापन हेतु गुरु-बुध, मीडिया हेतु शुक्र का मजबूत होना अपेक्षित है। अत: इन ग्रहों को भी मजबूत बनाना चाहिए।
उच्च पद मिलने के बाद उसे स्थाई बनाना शनि का काम होता है अत: शनि की स्थिति का विचार करना जरूरी होता है। शनि यदि अस्त हो, छ:, आठ, बारहवें भाव का स्वामी हो, शत्रु क्षेत्री हो तो स्थायित्व नहीं आने देता। ऐसे जातकों की जीविका में परिवर्तन होता रहता है।
यदि कुंडली में शनि व अन्य ग्रहों की स्थिति ठीक हो तो मगर सूर्य शत्रु क्षेत्री हो तो सूर्य को मजबूत करें।
1. सूर्योदय से पहले उठे, सूर्य के सामने खड़े होकर या बैठकर एक माला गायत्री मंत्र की जपें।
2. पिता का आदर करें, सेवा करें, ब्राह्मणों को दान दें।
3. रविवार का व्रत करें, नमक रहित भोजन करें।
4. सूर्य यंत्र को अपने पास रखें।
5. सफेद, नारंगी वस्त्र पहनें। माणिक भी धारण किया जा सकता है।