राहु ग्रह सदैव अनिष्टकारी नहीं रहते
आकस्मिक लाभ भी दिलाते हैं राहु
राहु अपने गुण-दोष में शनि के समान ही हैं। यह शनि के समान ही धीमी गति वाले, काले, रोगयुक्त, स्नायु-रोग के कारक, पृथकतावादी, अंधकारप्रिय, दीर्घ आकारमय और भय उत्पन्न करने वाले हैं।
राहु अचानक फल देने वाले ग्रह हैं, यह उत्तम फलकारक भी हो सकते हैं और अनिष्ट फलकारी भी हो सकते हैं।