* सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है यह संतान गणपति स्तोत्र
भगवान श्रीगणेश की आराधना सर्वदा फलदायी मानी गई है। प्रथम पूज्य देव को प्रिय यह संतान गणपति स्तोत्र लक्ष्मी और संतान दोनों देता है, साथ ही सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला माना गया है।
इस स्तोत्र को प्रतिदिन अथवा बुधवार को जपने से जीवन में सर्वसुख संपदा के साथ ही जिन्हें संतान न हो, उन्हें संतान देकर समस्त खुशियों को उनकी झोली में डाल देता है।
यह स्रोत इतना चमत्कारी हैं कि मनुष्य का भाग्य बदलते देर नहीं लगती। अगर आप भी जीवन में अपनी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करना चाहते है तो इस स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। आइए पढ़ें श्रीगणेश का चमत्कारी स्तोत्र :-
पावन संतान गणपति स्तोत्र
नमोऽस्तु गणनाथाय सिद्धी बुद्धि युताय च।
सर्वप्रदाय देवाय पुत्र वृद्धि प्रदाय च।।
गुरु दराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते।
गोप्याय गोपिताशेष भुवनाय चिदात्मनें।।
विश्व मूलाय भव्याय विश्वसृष्टि करायते।
नमो नमस्ते सत्याय सत्य पूर्णाय शुण्डिनें।।
एकदन्ताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नम:।
प्रपन्न जन पालाय प्रणतार्ति विनाशिने।।
शरणं भव देवेश सन्तति सुदृढ़ां कुरु।
भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गण नायक।।
ते सर्वे तव पूजार्थ विरता: स्यु: वरो मत:।
पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्व सिद्धि प्रदायकम्।।