sawan somwar

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

काले तिल के 10 चमत्कारिक टोटके

Advertiesment
हमें फॉलो करें kale til ke totke
, गुरुवार, 7 अप्रैल 2016 (00:02 IST)
जीवन में कभी-कभी ग्रह बाधा, गृह बाधा, भूत बाधा और देव बाधा का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह कैसा है और उसके कर्म कैसे हैं।
कार्यों में आ रही परेशानियों और दुर्भाग्य को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र की किताबों में कई तरह के टोटके या उपाय बताए गए हैं उन्हीं में से एक है काले तिल के असरकार और चमत्कारिक उपाय। आप भी जानिए...
 
अगले पन्ने पर पहला चमत्कारिक उपाय...

राहु-केतु और शनि से मुक्ति हेतु : कुंडली में शनि के दोष हों या शनि की साढ़ेसाती या ढय्या चल रहा हो तो प्रत्येक शनिवार को बहते जल की नदी में काले तिल प्रवाहित करना चाहिए। इस उपाय से शनि के दोषों की शांति होती है।
आप काले तिल भी दान कर सकते हैं। इससे राहु-केतु और शनि के बुरे प्रभाव समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा कालसर्प योग, साढ़ेसाती, ढय्या, पितृदोष आदि में भी यह उपाय कारगर है।
 
अगले पन्ने पर दूसरा चमत्कारिक टोटका...
 
धन की समस्या दूर करने हेतु : हर शनिवार काले तिल, काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान करें। इस उपाय से पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं।

धनहानि रोकने हेतु :  मुठ्ठी भर काले तिल को परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसारकर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद होगी।

अगले पन्ने पर तीसरा चमत्कारिक उपाय...
 
 
बुरे समय से मुक्ति हेतु : 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप करते हुए प्रत्येक शनिवार को दूध में काले तिल मिलाकर पीपल पर चढ़ाएं। इससे कैसा भी बुरा वक्त चल रहा होगा तो वह दूर हो जाएगा।
 
अगले पन्ने पर चौथा चमत्कारिक उपाय...
 
 

रोग कटे सुख मिले : हर रोज एक लोटे में शुद्ध जल भरें और उसमें काले तिल डाल दें। अब इस जल को शिवलिंग पर ऊँ नम: शिवाय मंत्र जप करते हुए चढ़ाएं। जल पतली धार से चढ़ाएं और मंत्र का जप करते रहें। जल चढ़ाने के बाद फूल और बिल्व पत्र चढ़ाएं। इससे शनि के दोष तो शांत होंगे ही पुराने समय से चली आ रही बीमारियां भी दूर हो सकती हैं।
दूसरा उपाय यह है कि शनिवार को यह उपय करें। जौ का 125 पाव (सवा पाव) आटा लें। उसमें साबुत काले तिल मिलाकर रोटी बनाएं। अच्छी तरह सेंके, जिससे वे कच्ची न रहें। फिर उस पर थोड़ा-सा तिल्ली का तेल और गुड़ डाल कर पेड़ा बनाएं और एक तरफ लगा दें। फिर उस रोटी को बीमार व्यक्ति के ऊपर से 7 बार वार कर किसी भैंसे को खिला दें। पीछे मुड़ कर न देखें और न कोई आवाज लगाए। भैंसा कहां मिलेगा, इसका पता पहले ही मालूम करके रखें। भैंस को रोटी नहीं खिलानी है।  
 
अगले पन्ने पर पांचवां चमत्कारिक उपाय...
 
कार्य में सफलता हेतु : अपने हाथ में एक मुट्ठी काले तिल लेकर घर से निकलें। मार्ग में जहां भी कुत्ता दिखाई दे उस कुत्ते के सामने वह तिल डाल दें और आगो बढ़ जाए। यदि वह काले तिल कुत्ता खाता हुआ दिखाई दे तो यह समझना चाहिए कि कैसा भी कठिन कार्य क्यों न हो, उसमें सफलता प्राप्त होगी।
 
अगले पन्ने पर छठा चमत्कारिक उपाय...
 
नजरदोष : जब कभी किसी छोटे बच्चों को नजर लग जाती है तो, वह दूध उलटने लगता है और दूध पीना बन्द कर देता है, ऐसे में परिवार के लोग चिंतित और परेशान हो जाते है। ऐसी स्थिति में एक बेदाग नींबू लें और उसको बीच में आधा काट दें तथा कटे वाले भाग में थोड़े काले तिल के कुछ दाने दबा दें। और फिर उपर से काला धागा लपेट दें। अब उसी नींबू को बालक पर उल्टी तरफ से 7 बार उतारें। इसके पश्चात उसी नींबू को घर से दूर किसी निर्जन स्थान पर फेंक दें। इस उपाय से शीघ्र ही लाभ मिलेगा।
 
अगले पन्ने पर सातवां चमत्कारिक उपाय...
 

धन प्राप्ति हेतु :
*सोमवार को सांयकाल के समय काले तिल के साथ बिल्व पत्र के वृक्ष में कच्चा दूध, शहद, पताशा, गुलाब के पुष्प और केसर अर्पित करें एवं घी का दीपक जलाकर रखें। 
*गुरुवार को केले के पेड़ में काले तिल के साथ दूध, गंगाजल, शहद, केसर और चने की दाल को स्टील या चांदी के बर्तन में डालकर अर्पित करें एवं चमेली के तेल का दीपक प्रज्जवलित करें।
 
*शनिवार को पीपल के वृक्ष में काले तिल के साथ कच्चा दूध, गंगाजल, शहद, गुड़ को स्टील या चांदी के बर्तन में डालकर अर्पित करें व सरसों के तेल का दीपक प्रज्जवलित करें।
 
*मंगल या शनिवार के दिन काले तिल, जौ का पीसा हुआ आटा और तेल मिश्रित करके एक रोटी पकावें, उसे अच्छी तरह से दोनों तरफ से सेकें, फिर उस पर तेल मिश्रित गुड़ चुपड़ कर व्यक्ति पर सात बार उवारकर भैंसे को खिलावें।
 
अगले पन्ने पर आठवां चमत्कारिक उपाय...
 
अगर संतान प्राप्ति में शनि बाधक हो तो : काले तिल जमीन में दबा दे एवं लोहे की कील, चाक़ू, शनि मंदिर में दान करे। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi