धन के देवता कुबेर सच्चे मन से की गई प्रार्थना को अवश्य स्वीकार करते हैं। यहां प्रस्तुत है कुबेर को प्रसन्न करने का उपाय और प्रार्थना...
1. निवास स्थान में उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ़ जगह पूजा के लिए चुन लीजिए।
2. उस जगह को गो मूत्र या गंगाजल से स्वच्छ करें।
3. फ़िर एक साफ़ लकडी का पाटा उस स्थान पर रख लीजिए।
4. एक चमेली के तेल की शीशी,50 सफ़ेद मोमबत्ती और 50 हरी मोमबत्ती और एक माचिस लाकर रख लीजिए।
5. पाटे को पानी और किसी साफ़ कपडे से साफ़ कर एक हरी मोमबत्ती और एक सफ़ेद मोमबत्ती...दोनों को चमेली के तेल में डुबोकर नहला लीजिए, दोनों को एक माचिस की तीली जलाकर एक दूसरे से 9 इंच की दूरी पर पाटे पर चिपका दीजिए। बाईं तरफ़ हरी मोमबत्ती और दाहिनी तरफ़ सफ़ेद मोमबत्ती...
6. पहले हरी मोमबत्ती को और फ़िर सफ़ेद मोमबत्ती को जला दीजिए।
7. प्रार्थना : दोनों मोमबत्तियों को देखकर मानसिक रूप से प्रार्थना कीजिए, 'हे धन के देवता कुबेर, मुझे धन की अमुक (जिस काम के लिए धन की जरूरत हो उसका नाम) काम के लिए जरूरत है,मुझे ईमानदारी से धन को प्राप्त करने में सहायता कीजिए। प्रार्थना करने के बाद मोमबत्ती को जलता हुआ छोड़ कर अपने काम में लग जाइए।
8.दूसरे दिन अगर मोमबत्ती पूरी जल गई है,तो उस जले हुये मोम को वहीं पर लगा रहने दें,और नहीं जली है तो वैसी ही रहने दें।
9. दूसरी मोमबत्तियों को पहले दिन की तरह से ले लीजिए,और पहले जली हुई मोमबत्तियों से एक दूसरी के नजदीक लगाकर जलाकर पहले दिन की तरह से वही प्रार्थना करें।
10.इस तरह से धीरे-धीरे मोमबत्तियां एक दूसरे की पास आती चली जाएंगी, जितनी ही मोमबत्तियां पास आती जाएंगी,धन आने का साधन बनता चला जाएगा,और जैसे ही दोनों मोमबत्तियां आपस में सटकर जलेंगी, निश्चित रूप से कोई ऐसा संयोग बनेगा कि धन प्राप्त हो जाएगा। ऐसा हर दिन(50 दिन) एक निश्चित समय पर ही करना है।
11. जब धन प्राप्त हो जाए तो पास के किसी धार्मिक स्थान पर या पास की किसी बहती नदी में उस मोमबत्तियों के पिघले मोम को ले जाकर श्रद्धा से रख आइए या बहा दीजिए।
12. जो भी श्रद्धा बने गरीबों को दान कर दीजिए,ध्यान रखिए इस प्रकार से प्राप्त धन को किसी प्रकार के गलत काम में मत प्रयोग करिए,अन्यथा दुबारा से प्रयोग सफल नहीं होगा।