यदि किसी जातक का विवाह नहीं हो रहा हो तो उसे चाहिए कि वे विवाह की कामना लेकर श्री हनुमान जी का ध्यान, पूजन, विनय करें।
किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से नित्य प्रातः 108 बार पाठ करने से सुंदर और सुशील स्त्री की प्राप्ति होती है। पाठ के समय हनुमान जी के चित्र के समक्ष या मूर्ति के समक्ष उत्तराभिमुख घृत-दीप जलते रहना चाहिए।
1. श्री हनुमान जी को प्रतिदिन मधुर फलों का भोग लगाना चाहिए।
2. मंगलवार को सिंदूर और चमेली का तेल चोले के रूप में मंदिर में भेंट करना चाहिए।
3. रामचरित मानस सुंदर कांड, मूलरामायण का सम्पुटित पाठ श्री वाल्मीकी रामायण के सुंदरकांड के 36वें सर्ग के 46वें श्लोक का सम्पुट लगाकर करने से भी सुशील स्त्री की प्राप्ति होती है।
मंत्र -
स देवि नित्यं परितप्यमानस्त्वामेव सीतेत्यभिभाषमाणः ।
धृतव्रतो राजसुतो महात्मा तवैव लाभाय कृतप्रयत्नः॥