Festival Posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

कुंभ राशि

Advertiesment
हमें फॉलो करें कुंभ राशि फलादेश
(राशि के आद्याक्षर - गु, गे, गो, स, सा, सी, सु, से, सं, सो, सौ, द,दा)

आपकी जन्मकुंडली में चंद्रमा यदि 11 अंक के साथ लिखा हो तो आपकी जन्म राशि कुंभ मानी जाएगी। राशि चक्र में इसका स्थान ग्यारहवाँ है। इसका स्वामी या मालिक ग्रह शनि है। इसीलिए कुंभ राशि वाले व्यक्ति अधिकतर शनि के प्रभाव में ही पाए जाते हैं। यह राशि स्वयं के परिश्रम से अपना जीवन बनाती है।

कुंभ राशि वाले स्वभाव से उग्र या क्रोधी होते हैं, किन्तु दिल से शांत तथा नम्र होते हैं। दूसरों की सहायता प्राप्त करने की इच्छा नहीं रखते हैं। जीवन संघर्षमय रहने पर भी डगमगाते नहीं है। हताश नहीं होते हैं तथा अपना प्रयत्न हमेशा जारी रखते हैं।

ये लोग किसी संस्था, समाज, धर्म कार्य अथवा राजनीति में पाए जाते हैं तो उसके लिए हर प्रकार का त्याग करने को तत्पर रहते हैं। निश्चय के पक्के, संशोधक, विज्ञान में श्रेष्ठ तथा राजनीति के क्षेत्र में सबको परास्त करने का सामर्थ्य रखते हैं।

लोक कल्याण का कोई कार्य जीवन में अवश्य करते हैं। ये हमेशा 'आराम हराम है' की लोकोक्ति चरितार्थ करते रहते हैं। जिस मकान में धूप व हवा दोनों ही आते हों, वही मकान इनके लिए श्रेष्ठ रहता है। ऐसे मकान में रहना व शहर के बाहर रहना लाभदायक माना जाता है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi