वैसे तो विवाह के लिए कुंडली मिलान किया जाता है जिसे गुण मिलान, अष्टकूट मिलान, मेलापक मिलान कहते हैं। हालांकि कई ज्योतिष विद्वान इसे सही नहीं मानते, क्योंकि कई बार 36 गुण मिलने पर भी पति और पत्नि के बीच बनती नहीं है। कुछ लोग सिर्फ नाड़ी दोष या भटूक मिलान ही करते हैं। कोई भी राशि मिलान या नक्षत्र मिलान नहीं करता है।
कई लोग तो कुछ भी नहीं मिलाते हैं और बस प्रीति विवाह कर लेते हैं। अब यह सब कितना सही है या नहीं है यह शोध का विषय होता है। खासकर तो लोगों का दूसरे लोगों के प्रति व्यवहार ही सही होता है। फिर भी आप जानना चाहें तो जान सकते हैं कि मेष राशि वालों को किन राशि वालों से विवाह करना चाहिए। अब यह कितना सही है यह तो शोधकर्ताही बता सकते हैं। आओ जानते हैं मेष मिलान।
राशियां के कुछ प्रकार है जैसे अग्नि तत्व, जल तत्व, पृथ्वी तत्व, वायु तत्व और आकाश तत्व। मान्यता है कि अग्नि तत्व वालों की अग्नि तत्व वालों से पटती है। इसी तरह के मिलान के आधार पर जाने मेष राशि की मित्र और शत्रु राशियां।
1. मेश राशि वाले करें इनसे विवाह : मेष राशि वालों की सिंह और धनु राशि वालों से पट सकती है, क्योंकि यह तीनों की राशियां अग्नि तत्व प्रथान होती है। अग्नि तत्व प्रधान अर्थात तीनों ही उग्र और गर्म मिजाज वाले हैं। मतलब इनका आपसी तालमेल अन्य किसी राशि की अपेक्षा बेहतर होता है।
2. इनसे भी कर सकते हैं विवाह : इसके अलाव मेष राशि वाले जातक की कुंभ राशि से भी जम होती है। अग्नि तत्व वालों की पटरी वायु तत्व वाली राशियों से भी बैठ सकती है। क्योंकि वायु तत्व द्विस्वभाव वाली राशियों हैं जो कि जल के साथ भी और अग्नि के साथ भी संबंध बैठा लेते हैं। मेष राशि वालों का मामला वृषभ और कन्या से समभाव रहता है। मतलब पटरी जम भी सकती है और नहीं भी।
3. इनसे नहीं कर सकते हैं विवाह : कहते हैं कि कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के साथ मेष, सिंह और धनु राशि वाली की पटरी नहीं बैठती है। ये आपस में दोस्त तो हो सकते हैं लेकिन जीवनभर एक-दूसरे से असंतुष्ट ही रहेंगे या एक दूसरे को धोखा देते रहेंगे। इसके अलावा इनका मिथुन राशि वालों से विवाद रहता है, जबकि मकर से भी पटरी नहीं बैठती है। यह राशि तुला राशि पर वह शासन करना चाहती है।