* जून माह का मासिक राशिफल
इस माह सूर्य वृषभ राशि में (दिनांक 15 से मिथुन राशि में), मंगल मिथुन राशि में, बुध वृषभ राशि में (दिनांक 18 से मिथुन राशि में), गुरु कन्या राशि में, शुक्र मेष राशि में, शनि वृश्चिक राशि में (वक्री), राहु सिंह राशि में, केतु कुंभ राशि में संचरण करेंगे।
चन्द्र- चन्द्र सवा दो दिन में अपनी राशि परिवर्तित करते हैं अत: चन्द्र की राशि स्थिति नहीं दी जा रही है।
आइए जानें इस माह में किस राशि के चमक रहे हैं सितारे (राशि अनुसार) ...
मेष
इस माह मेष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार व्यापार व धन-संपत्ति में हानि का योग है। मित्रों व परिवारजनों से विवाद की आशंका है। सिर व आंखों में पीड़ा के कारण परेशानी रहेगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार यात्रा में कष्ट व दुर्घटना की आशंका है। मन में अशांति व कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। धन का अपव्यय होगा। पेट रोग के कारण कष्ट होगा। मंगल के गोचर के अनुसार साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। शत्रु पराभव होगा। राज्याधिकारियों से लाभ होगा। बुध के गोचर के अनुसार धनहानि के योग हैं। कटु शब्दों के कारण विवाद होगा। रिश्तेदारों को हानि पहुंचेगी। बंधन का भय होगा। गुरु के गोचर के अनुसार पेट रोग के कारण कष्ट होगा। पुत्र से मतभेद व विवाद होगा। धन की कमी महसूस होगी। शुक्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। शत्रु परास्त होंगे। अविवाहितों का विवाह होगा। घर में संतान का जन्म होगा। व्यापार में लाभ होगा। विद्यार्थी वर्ग का विद्याध्ययन में मन लगेगा। स्त्री जाति से लाभ होगा। शनि के गोचर के अनुसार रोग व दु:ख में वृद्धि होगी। धार्मिक कार्यों से उच्चाटन होगा। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। आय व लाभ में कमी होगी। राजदंड, बंधन व लांछन के कारण सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होगी।
अनुकूल ग्रह- मंगल, शुक्र, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, बुध, गुरु, शनि
उपाय- गुड़, मूंग दाल, चना दाल, किताबें व तेल का दान करें।
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वृषभ
इस माह वृषभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार धनहानि के योग हैं। सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी होगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार परिजनों से विवाद होगा। अनिद्रा के कारण परेशानी होगी। जल व स्त्री जाति से हानि होने की आशंका है। मन में अवसाद रहेगा। मंगल के गोचर के अनुसार साहस में कमी आएगी। धननाश होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। राज्य की ओर से दंड प्राप्त होगा। चारों से नुकसान की आशंका है। बुध के गोचर अनुसार मन चिंतित रहेगा। धनहानि होगी। सुख में कमी होगी। शत्रुओं के कारण हानि होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। विवाद के कारण अशांति रहेगी। विद्यार्थियों को विद्याध्ययन में बाधाएं आएंगी। संबंधियों से विवाद होगा। गुरु के गोचर के अनुसार कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। व्यवसाय में लाभ होगा। घर में मांगलिक उत्सव होगा। पुत्र सुख प्राप्त होगा। लॉटरी इत्यादि से लाभ होगा। शुक्र के गोचर के अनुसार मित्रों से लाभ होगा। आर्थिक उन्नति होगी। भोग-विलास के संसाधनों की प्राप्ति होगी। उत्तम शैया सुख प्राप्त होगा। शनि के गोचर अनुसार धनहानि होगी। संपत्ति से नुकसान होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। मान-प्रतिष्ठा की हानि होगी। राजदंड का भय होगा। जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब रहेगा। पुत्र सुख में कमी आएगी। लॉटरी इत्यादि से हानि होगी। गुप्त शत्रुओं के कारण कष्ट होगा।
अनुकूल ग्रह- गुरु, शुक्र
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, शनि, राहु, केतु
उपाय- गुड़, मसूर की दाल, मूंग दाल, धार्मिक किताबें, सरसों का तेल व उड़द का दान करें।
मिथुन
इस माह मिथुन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। कार्यक्षेत्र में परेशानियां रहेंगी। गुप्त शत्रुओं के कारण हानि का योग है। चन्द्र के गोचर के अनुसार धन की प्राप्ति होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। मंगल के गोचर के अनुसार कार्य असफल होंगे। दुर्घटना के कारण कष्ट होगा। अग्नि व रक्तविकार के कारण कष्ट होगा। शत्रुओं से कष्ट की प्राप्ति होगी। बुध के गोचर के अनुसार शुभ कार्यों में रुचि बढ़ेगी। धनलाभ होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। संतान सुख प्राप्त होगा। गुरु के गोचर के अनुसार धनहानि होगी। मन अशांत रहेगा। प्रवास के योग बनेंगे। जमीन-जायदाद के मामलों में असफलता प्राप्त होगी। राज्य की ओर से दंड प्राप्ति के योग हैं। शुक्र के गोचर अनुसार धनलाभ होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। प्रेम संबंध सफल होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। शनि के गोचर के अनुसार जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर मानसिक चिंता रहेगी। दांपत्य सुख में कमी आएगी। धनहानि होगी। गुप्त रोग के कारण कष्ट रहेगा। यात्रा में परेशानी व दुर्घटना होने की आशंका है। घर से दूर प्रवास करना पड़ेगा। व्यापार व आजीविका में विघ्न आएंगे।
अनुकूल ग्रह- चन्द्र, शुक्र, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शनि
उपाय- गुड़, मसूर की दाल, किताबें, हरा वस्त्र, चना दाल, स्वर्ण, खाद्य तेल दान करें।
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कर्क
इस माह कर्क राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार धन प्राप्ति का योग है। पदोन्नति के अवसर हैं। मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार मानसिक अशांति रहेगी। स्वजनों से विवाद व विरोध होगा। पढ़ाई करने वाले जातकों का मन विद्याध्ययन में नहीं लगेगा। नेत्र पीड़ा के कारण कष्ट होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। मंगल के गोचर के अनुसार व्यय अधिक होगा। प्रवास के योग बनेंगे। नेत्रों में परेशानी के कारण कष्ट होगा। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। स्त्री से कलह होगी। बुध के गोचर के अनुसार नए पद की प्राप्ति होगी। शत्रुओं पर विजय मिलेगी। व्यवसाय में लाभ होगा। मानसिक शांति व सुख प्राप्त होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। गुरु के गोचर के अनुसार शारीरिक कष्ट होगा। संबंधियों से विवाद होगा। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। आर्थिक हानि होगी। व्यवसाय में हानि होगी। यात्रा निष्फल रहेगी। शुक्र के गोचर के अनुसार शारीरिक कष्ट होगा। मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। व्यर्थ धनहानि होगी। कार्यक्षेत्र में विघ्न आएंगे। शत्रु प्रभावी होंगे। स्त्री जाति से कष्ट होगा। राज्य की ओर से परेशानियां आएंगी। संबंधियों से विवाद होगा। शनि के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। शत्रु पराभव होगा। भूमि-भवन से लाभ होगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा।
अनुकूल ग्रह- सूर्य, बुध, शनि
प्रतिकूल ग्रह- चन्द्र, मंगल, गुरु, शुक्र, राहु-केतु
उपाय- चावल, शकर, चना दाल, पीला वस्त्र, स्वर्ण, सरसों का तेल, उड़द दाल दान करें।
सिंह
इस माह सिंह राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। धनलाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। मन प्रसन्न रहेगा। वस्त्र व उपहार आदि प्राप्त होंगे। मंगल के गोचर के अनुसार आय में वृद्धि होगी। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। बंधु-बांधवों से लाभ होगा। संपत्ति से लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। बुध के गोचर के अनुसार कार्यों विघ्न-बाधाएं आएंगी। यात्रा में कष्ट होगा। यात्रा सफल नहीं होगी। संबंधियों से विवाद व वैमनस्य होगा। धार्मिक कार्यों में अरुचि होगी। गुरु के गोचर के अनुसार कुटुंब सुख में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। मांगलिक प्रसंग जैसे विवाह, पुत्र का जन्म होगा। चल संपत्ति से लाभ होगा। शत्रु पराजित होंगे। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। शुक्र के गोचर के अनुसार प्रत्येक कार्य में लाभ होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। बंधु-बांधवों से लाभ व सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ प्राप्त होगा। शनि के गोचर के अनुसार गलत निर्णयों के कारण हानि होगी। धनहानि होगी। योजनाएं असफल होंगी। पुत्र सुख में कमी आएगी। स्त्री जाति से कष्ट होगा। व्यापार में हानि होगी।
अनुकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, गुरु, शुक्र, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- मंगल, बुध, शनि
उपाय- मसूर की दाल, मूंग दाल, किताबें, काला वस्त्र व तेल दान करें।
कन्या
इस माह कन्या राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार धनहानि की आशंका है। झूठे आरोप के कारण प्रतिष्ठा धूमिल होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। रोग के कारण कष्ट होगा। पारिवारिक विवाद के कारण अशांति का वातावरण रहेगा। चन्द्र के गोचर के अनुसार शारीरिक कष्ट की आशंका है। पारिवारिक अशांति के कारण मन खिन्न रहेगा। अत्यधिक व्यय होगा। मंगल के गोचर के अनुसार कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। दुर्घटना की आशंका है। चोरी के कारण धनहानि होगी। बुध के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। शत्रु परास्त होंगे। मन प्रसन्न रहेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। गुरु के गोचर के अनुसार राजभय के कारण मानसिक अशांति रहेगी। मानहानि होगी। आर्थिक नुकसान होगा। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। यात्रा में कष्ट होगा। अत्यधिक व्यय होगा। शुक्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। संकटों से मुक्ति मिलेगी। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। संबंधियों से लाभ होगा। शनि के गोचर के अनुसार रोग व शत्रुओं में वृद्धि होगी। स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे। राज्य की ओर से कष्ट होगा।
अनुकूल ग्रह- बुध, शुक्र
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु-केतु
उपाय- गुड़, मसूर की दाल, चना दाल, स्वर्ण, सरसों का तेल, उड़द व काला वस्त्र दान करें।
तुला
इस माह तुला राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार विवाद के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कोर्ट-कचहरी व मुकदमे में असफलता के योग हैं। धन का अपव्यय होगा। उच्च रक्तचाप के कारण कष्ट होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। मंगल के गोचर के अनुसार साहस में कमी होगी। शल्य चिकित्सा के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। बुध के गोचर के अनुसार जीवनसाथी से विवाद होगा। मित्रों व संबंधियों से अनबन होगी। व्यवसाय में हानि व धननाश होगा। यात्राएं कष्टप्रद व असफल रहेंगी। मानसिक चिंता रहेगी। गुरु के गोचर के अनुसार संतान से, विशेषकर पुत्र से कष्ट होगा। व्यर्थ धनहानि होगी। शारीरिक पीड़ा होगी। स्वास्थ्य खराब रहेगा। कलंक लगने के कारण सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होगी। शुक्र के गोचर के अनुसार प्रतिष्ठा धूमिल होगी। अथक परिश्रम का अपेक्षित फल प्राप्त नहीं होगा। जीवनसाथी से विवाद होगा। स्त्री जाति के कारण अपमानित होने की आशंका है। धनहानि होगी। मूत्र संबंधी विकारों के कारण कष्ट होगा। व्यर्थ प्रवास व यात्राएं होंगी। शनि के गोचर के अनुसार साहस-पराक्रम में वृद्धि होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होगी। वाहन सुख प्राप्त होगा। अचल संपत्ति की प्राप्ति होगी।
अनुकूल ग्रह- चन्द्र, शनि, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र
उपाय- गुड़, मसूर दाल, किताबें, कांसा, मूंग दाल, चना दाल, चावल, स्वर्ण व इत्र दान करें।
वृश्चिक
इस माह वृश्चिक राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार दांपत्य सुख में हानि होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। धनहानि एवं मानहानि होगी। सिर में पीड़ा के साथ-साथ शारीरिक कष्ट की आशंकाएं हैं। चन्द्र के गोचर के अनुसार कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। धनलाभ होगा। नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे। मंगल के गोचर के अनुसार धनहानि होगी। प्रवास की आशंकाएं बनेंगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। शस्त्राघात व दुर्घटना की आशंका है। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। बुध के गोचर के अनुसार धर्मशास्त्रों में रुचि बढ़ेगी। आर्थिक लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। मानसिक सुख मिलेगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। गुरु के गोचर के कारण धनलाभ होगा। शत्रु पराभव होगा। विवाह व पुत्र जन्म के कारण सुख प्राप्त होगा। संतान व राज्याधिकारियों से लाभ होगा। शुक्र के गोचर के अनुसार शत्रुता में वृद्धि होगी। शत्रु प्रभावी होंगे। साझेदारी से हानि होगी। जीवनसाथी से मतभेद होंगे। दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका है। शनि के गोचर के अनुसार पारिवारिक कलह का वातावरण रहेगा। धनहानि होगी। स्वजनों से विवाद होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। शारीरिक कष्ट होगा। जीवनसाथी से मतभेद के कारण मन खिन्न रहेगा। घर से दूर निवास करना पड़ेगा।
अनुकूल ग्रह- चन्द्र, बुध, गुरु, शनि, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, मंगल, शुक्र
उपाय- गुड़, मसूर की दाल, चावल व सफेद वस्त्र दान करें।
धनु
इस माह धनु राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। रोगों से मुक्ति मिलेगी। राज्य से लाभ प्राप्त होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार व्यवसाय में हानि होगी। गुप्त शत्रु परेशान करेंगे। भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होगा। मंगल के गोचर के अनुसार स्त्री से कलह होगी। बंधु-बांधवों से कष्ट होगा। मानसिक व शारीरिक कष्ट होगा। बुध के गोचर के अनुसार मानसिक अवसाद के कारण कष्ट होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। जीवनसाथी व संतान से विवाद होगा। आर्थिक हानि होगी। प्रेम संबंध असफल होंगे। गुरु के गोचर के अनुसार धनहानि व मानहानि होगी। पुत्र से कष्ट होगा। पेट रोग के कारण कष्ट होगा। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। परिश्रम का अपेक्षित लाभ प्राप्त नहीं होगा। शुक्र के गोचर के अनुसार पुत्र से लाभ होगा। धन की प्राप्ति होगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु पराजित होंगे। पुत्र जन्म के योग बनेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। प्रेम संबंध सफल होंगे। शनि के गोचर के अनुसार मानसिक चिंता रहेगी। गलत निर्णय के कारण हानि होगी। चोट लगने की आशंका है। आर्थिक हानि होगी। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी।
अनुकूल ग्रह- सूर्य, शुक्र, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शनि
उपाय- मसूर की दाल, मूंग दाल, किताबें, चना दाल, लाल वस्त्र, तेल दान करें।
मकर
इस माह मकर राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार मानसिक पीड़ा होगी। राज्याधिकारियों से विवाद होगा। संतान को कष्ट की आशंका है। धनहानि होगी। यात्रा में दुर्घटना की आशंका है। चन्द्र के गोचर के अनुसार धननाश होगा। विवाद के कारण मानसिक शांति रहेगी। शारीरिक कष्ट होगा। मंगल के गोचर के अनुसार शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी। धनवृद्धि होगी। बुध के गोचर के अनुसार माता को सुख प्राप्त होगा। धनलाभ होगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। संपत्ति से लाभ की प्राप्ति होगी। पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। जन सहयोग मिलेगा। गुरु के गोचर के अनुसार धनवृद्धि होगी। पुत्र जन्म के कारण सुख प्राप्त होगा। भाग्य का साथ प्राप्त होगा। राज्य से सम्मान प्राप्त होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। बंधु-बांधवों से लाभ प्राप्त होगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। शुक्र के गोचर के अनुसार मनोअभिलाषाएं पूर्ण होंगी। आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। संपत्ति प्राप्ति के योग बनेंगे। वाहन सुख प्राप्त होगा। संबंधियों से स्नेह प्राप्त होगा। माता से लाभ होगा। मन प्रसन्न व आनंदित रहेगा। शनि के गोचर के अनुसार पारिवारिक सुख में कमी आएगी। व्यर्थ व्यय के कारण धनहानि होगी। स्वास्थ्य खराब रहेगा। कष्टप्रद यात्राएं होंगी। भाग्य का साथ प्राप्त नहीं होगा। संतान को कष्ट होगा।
अनुकूल ग्रह- मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, शनि
उपाय- गुड़, खाद्य तेल, काला वस्त्र, जूते व काले रंग का छाता करें।
कुंभ
इस माह कुंभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार पारिवारिक विवाद के कारण कष्ट होगा। धनहानि व मानहानि होगी। यात्रा में कष्ट होगा। जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में असफलता प्राप्त होगी। मानसिक अशांति के कारण कष्ट रहेगा। चन्द्र के गोचर के अनुसार धनलाभ की संभावना बनेगी। यात्राओं से लाभ होगा। वाहन सुख प्राप्त होगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मंगल के गोचर के अनुसार संतान को कष्ट होगा। धनहानि के योग हैं। शत्रुओं के कारण कष्ट होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण कष्ट होगा। बुध के गोचर के अनुसार साहस-पराक्रम में कमी महसूस होगी। धनहानि होगी। बंधु-बांधवों से विवाद होगा। गुरु के गोचर के अनुसार शोक व भय का वातावरण रहेगा। चोरी इत्यादि की आशंका है। राज्य की ओर से कष्ट होगा। मानहानि होगी। आजीविका पर संकट आएगा। व्यवसाय में हानि होगी। भारी आर्थिक हानि के योग हैं। पेट संबंधी रोग के कारण शारीरिक कष्ट होगा। पुत्र से विवाद होगा। यात्राएं असफल होंगी। शुक्र के गोचर के अनुसार साहस-पराक्रम में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। अधीनस्थों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्योदय होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा। शनि के गोचर के अनुसार भूमि, भवन, लोहे संबंधी कार्यों से लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी। स्त्री जाति से लाभ होगा। पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
अनुकूल ग्रह- चन्द्र, शुक्र, शनि, राहु-केतु
प्रतिकूल ग्रह- सूर्य, मंगल, बुध, गुरु
उपाय- गुड़, मसूर दाल, मूंग दाल, कांस्य पात्र, धार्मिक किताबें, चना दाल, स्वर्ण व पीला वस्त्र दान करें।
मीन
इस माह मीन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर के अनुसार मित्रों से लाभ होगा। धनलाभ होगा। राज्याधिकारियों से अनुकूलता प्राप्त होगी। पदोन्नति की आशंका है। उच्च पद की प्राप्ति होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। चन्द्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। रोगों से मुक्ति मिलेगी। स्त्री जाति से लाभ होगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। मंगल के गोचर के अनुसार जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में हानि होगी। माता को कष्ट होगा। वाहन दुर्घटना की आशंका है। पारिवारिक सुख में कमी के कारण मानसिक अशांति होगी। हृदय संबंधी रोग के कारण कष्ट होगा। अपमान व जनविरोध होगा। बुध के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। वाणी आधारित कार्यों में विशेष लाभ होगा। विद्यार्थी वर्ग को विद्याध्ययन में सफलता प्राप्त होगी। संबंधियों से लाभ होगा। गुरु के गोचर के अनुसार धनहानि के योग हैं। चोरी के कारण आर्थिक नुकसान होगा। संबंधियों व पुत्र से विवाद होगा। मानसिक अवसाद व चिंता रहेगी। राज्याधिकारियों से विवाद होगा। शुक्र के गोचर के अनुसार धनलाभ होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। संतान प्राप्ति का योग बनेगा। विद्यार्थी वर्ग को परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। विद्याध्ययन में रुचि बढ़ेगी। शत्रु पराभव होगा। स्त्री सुख प्राप्त होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी। शनि के गोचर अनुसार कार्यक्षेत्र में बाधाएं आएंगी। व्यापार में नुकसान होगा। कार्यों में असफलता प्राप्त होगी। स्वजनों से विरोध होगा। जीवनसाथी से मतभेद के कारण कलह होगी। हृदयरोग के कारण कष्ट होगा। मानसिक अवसाद रहेगा। भूमि-भवन से हानि होगी। वाहन से हानि होगी। माता को कष्ट होगा।
अनुकूल ग्रह- सूर्य, चन्द्र, बुध, शुक्र
प्रतिकूल ग्रह- मंगल, गुरु, शनि, राहु-केतु
उपाय- मसूर की दाल, चना दाल, स्वर्ण, सरसों का तेल, उड़द दाल व काला वस्त्र दान करें।
विशेष- राहु-केतु के गोचर फलित को लेकर ज्योतिष प्रवर्तकों में मतांतर है। एक वर्ग इसे स्वीकार करता है, वहीं दूसरा गोचर पद्धति में राहु-केतु को स्थान नहीं देता, क्योंकि ये छाया ग्रह हैं। हमारे मतानुसार ज्योतिष के प्रसिद्ध सिद्धांत 'शनिवत् राहु, कुजवत् केतु' के अनुसार राहु-केतु का गोचर फल क्रमश: शनि व मंगल के गोचर फल के अनुसार ही समझना चाहिए।
निवेदन- उपर्युक्त राशिफल ज्योतिष के गोचर सिद्धांत पर आधारित है। जन्म पत्रिका में ग्रह स्थिति व दशा-अंतरदशाओं के कारण परिणाम में भिन्नता आना स्वाभाविक है।