जून 2016 में 12 राशियों का फलादेश जानिए ...
मेष : आर्थिक उन्नति वाला रहेगा। नौकरी में पदोन्नति। व्यापार अच्छा रहेगा। कृषि मध्यम रहेगी। माता को कष्ट रहेगा। ससुराल पक्ष का सहयोग।
दि. 10, 20 शुभ हैं, 13 अशुभ है।
गणेश आराधना लाभप्रद रहेगी।
वृषभ : भूमि-भवन से लाभ रहेगा। व्यापार मध्यम। नौकरी में रुकावट। कोर्ट-कचहरी में परेशानी रहेगी।
दि. 9, 18 शुभ हैं, 7 अशुभ है।
श्रीकृष्ण आराधना लाभप्रद रहेगी।
मिथुन : नौकरी में पदोन्नति होगी। व्यापार हानि। मित्रों से सहयोग। पत्नी-पक्ष को कष्ट। कृषि लाभ होगा।
दि. 11, 20 शुभ हैं, 15 अशुभ है।
हनुमानजी की आराधना लाभप्रद रहेगी।
कर्क : आर्थिक परेशानी रहेगी। राजनीति से लाभ। नौकरी में अधिकारी का सहयोग। कृषि हानि। व्यापार सामान्य रहेगा।
दि. 5, 14 शुभ हैं, 10 अशुभ है।
गायत्री आराधना लाभप्रद रहेगी।
सिंह : भाई से सहयोग मिलेगा। व्यापार में लाभ। कृषि सामान्य। नौकरी में रुकावट। मित्रों से दूरी हो सकती है।
दि. 3, 12 शुभ हैं, 8 अशुभ है।
राम आराधना लाभप्रद रहेगी।
कन्या : स्थान परिवर्तन के योग हैं। व्यापार लाभ। कृषि मध्यम। नौकरी में सहयोग। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
दि. 16, 24 शुभ हैं, 10 अशुभ है।
श्रीराम आराधना लाभप्रद रहेगी।
तुला : कोर्ट-कचहरी में विजय। राजनीति में परेशानी। व्यापार में लाभ। कृषि सामान्य। नौकरी में अधिकारियों से परेशानी।
दि. 4, 13 शुभ हैं, 16 अशुभ है।
राधा-कृष्ण आराधना लाभप्रद रहेगी।
वृश्चिक : पारिवारिक सुख रहेगा। भूमि में कष्ट। वाहन दुर्घटना का भय। मित्र से सहयोग। नौकरी में उन्नति।
दि. 17, 26 शुभ हैं, 9 अशुभ है।
हनुमानजी की आराधना लाभप्रद रहेगी।
धनु : राजनीति में पद की प्राप्ति। धार्मिक यात्रा। कृषि-व्यापार मध्यम। नौकरी में सहयोग। माता को कष्ट रहेगा।
दि. 6, 20 शुभ हैं, 11 अशुभ है।
रामरक्षा स्तोत्र लाभप्रद रहेगा।
मकर : नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग। व्यापार मध्यम। कृषि से लाभ। बहन को कष्ट रहेगा। धार्मिक यात्रा होगी।
दि. 14, 20 शुभ हैं, 19 अशुभ है।
सूर्य आराधना लाभप्रद रहेगी।
कुंभ : पारिवारिक सुख में वृद्धि। स्त्री से सहयोग। नौकरी में परेशानी। आर्थिक स्थिति में सुधार। कोर्ट-कचहरी में विजय।
दि. 9, 18 शुभ हैं, 11 अशुभ है।
गणेश चालीसा लाभप्रद रहेगी।
मीन : राजनीति में विरोधी प्रबल होंगे। व्यापार मध्यम। नौकरी में उन्नति। कृषि में हानि। यात्रा के योग, परिवार से सहयोग।
दि. 7, 21 शुभ हैं, 4 अशुभ है।
गायत्री आराधना लाभप्रद रहेगी।