Shani retrograde date time : 17 जून 2023 को मुंबई टाइम अनुसार रात्रि करीब 10 बजकर 56 मिनट पर शनिदेव कुंभ राशि में वक्री गोचर हो जाएंगे। फिर 4 नवंबर को दोपहर 12:31 बजे मार्गी होंगे। स्थानीय समयानुसार इस समय पर घटबढ़ रहती है। शनि कर्म प्रधान ग्रह है और यह लोगों के कर्मों के आधार पर ही उस पर अच्छा या बुरा प्रभाव डालते हैं। आओ जानते हैं कि वक्री शनि का 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव।
क्या वक्री शनि अच्छे परिणाम देता है?
वक्री शनि अच्छे परिणाम भी देता है और बुरे भी। यह जातक के कर्म और उसकी कुंडली के जिस भाव में शनि वक्री होकर गोचर कर रहा है उस भाव के अनुसार उसका फल मिलता है।
मेष राशि : आपकी राशि के एकादश भाव में शनि का वक्री गोचर करियर और नौकरी में चुनौती पैदा करेगा। आपको कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। व्यापारी है तो रुके हुए काम प्रारंभ हो जाएंगे। संबंधों को लेकर तनाव में रहेंगे। हालाकि आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
वृषभ राशि : आपकी राशि के दशम भाव में शनि का वक्री गोचर यात्रा में बाधा उत्पन्न करेगा। कामकाज को लेकर व्यस्तता बढ़ा देगा। नौकरी को लेकर भी आप परेशान रह सकते हैं। महत्वपूर्ण कार्यों में में विलंब होगा। पारिवारिक जीवन में थोड़ा तनाव होने की संभावना है।
मिथुन राशि : आपकी राशि के नवम भाव में शनि का वक्री होना भाग्य में रुकावट पैदा करेगा, लेकिन शनिदेव की कृपा से आपको सफलता मिलेगी। लंबी यात्रा के योग बनेंगे। सेहत का ध्यान रखना होगा। वाद विवाद से बचकर रहें। कोई पैतृक संपत्ति प्राप्त होने से आपको खुशी मिल सकती है।
कर्क राशि : आपकी राशि के आठवें भाव में शनि का वक्री गोचर आपके लिए शुभ नहीं है। आपकी राशि पर पहले ही शनि की ढैया चल रही है। ऐसी में आपको हर कार्य को बहुत सोच समझकर करना होगा। चाहे निवेश हो, व्यापार हो या नौकरी। सेहत का भी ध्यान रखना होगा। हालांकि आप सभी संकटों से बाहार निकल जाएंगे।
सिंह राशि : आपकी कुंडली के 7वें भाव में शनि के वक्री होने से आय के स्रोत बढ़ जाएंगे। सभी रुके अटके कार्य पूर्ण होंगे। व्यापारी हैं तो नए और बेहतर अवसर प्राप्त होंगे और मुनाफा बढ़ जाएगा। नौकरीपेशा हैं तो वेतनवृद्धि होगी। छात्र हैं तो सफलता प्राप्त करेंगे।
कन्या राशि : आपकी राशि के 6ठे भाव में शनि का वक्री गोचर सेहत को बिगाड़ सकता है। शत्रुओं से सतर्क रहना होगा। आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी। हालांकि नौकरी में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार में लाभ होने की संभावना है। परिवार में भाई बहनों से संबंध खराब हो सकते हैं।
तुला राशि : आपकी राशि के पंचम भाव में शनि का वक्री गोचर संबंधों में तनाव बढ़ा देगा। आपसी गलतफहमियां को मिटाना होगा। संतान पर ध्यान देना होगा। आर्थिक संकट दूर होगा। नौकरी में सतर्कता से कार्य करना पड़ेगा। वाद विवाद से बचकर रहें। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा नहीं है।
वृश्चिक राशि : आपकी राशि के चौथे भाव में शनि का वक्री गोचर पारिवारिक जीवन में उथल पुथल बढ़ा सकता है। आपको संयम से काम करने की जरूरत हैं। माता की सेहत का ध्यान रखें। कोई नई संपत्ति खरीदने के योग भी बनेंगे। कार्य क्षेत्र में स्थिति आपके पक्ष में रहेगी।
धनु राशि : आपकी कुंडली के तीसरे भाव में शनि की वक्री चाल नौकरी में सफलता दिलाएगा। सहयोगियों का साथ मिलेगा। अचानक से धन लाभ होगा। व्यापार में मेहनत का फल मिलेगा। अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे।
मकर राशि : आपकी कुंडली के दूसरे भाव में शनि वक्री होंगे। धन की आवक बढ़ेगी। प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने के योग बनेंगे। व्यापार में अच्छा मुनाफा कमाने में कामयाब होंगे। नौकरीपेशा हैं तो उन्नति होगी और आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। पारिवारिक माहौल खुशनुमा बना रहेगा।
कुंभ राशि : आपकी राशि के प्रथम भाव में शनि का वक्री गोचर आपको मानसिक तनाव दे सकता है। आप समस्याओं को समझने समय लेंगे। नौकरी में थोड़ी बहुत परेशानी रहेगी, परंतु व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे। दांपत्य जीवन में थोड़ा बहुत तनाव हो सकता है, परंतु परिवार में खुशी का माहौल भी बनेगा।
मीन राशि : आपकी राशि के द्वादश भाव में शनि का वक्री होना विदेश संबंधित कार्यों में लाभ देगा। नौकरी में सहयोगियों का साहयोग मिलेगा। व्यापार भी आगे बढ़ेगा और मुनाफा कमाना में आप कामयाब होंगे। हालांकि सेहत का ध्यान रखना होगा।