Shani gochar vakri 2022 : शनि ग्रह 29 अप्रैल से ही कुंभ राशि में गोचर कर रहा है जहां रहकर अब वह 5 जून 2022 को वक्री होने जा रहे हैं। शनि कुंभ राशि में वक्री 5 जून 2022, शनिवार को सुबह 4:14 बजे होंगे। आओ जानते हैं शनि ग्रह का वक्री फल। यानी 12 राशियों का राशिफल।
मेष राशि : आपकी राशि के ग्यारहवें भाव में शनि वक्री होंगे। आपके लिए शनि की यह चाल शुभ है। नौकरी में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। व्यापारी हैं तो नए अवसार प्राप्त होंगे और आय में वृद्धि होगी। हालांकि छात्रों और प्रेमियों के लिए यह समय अनुकूल नहीं है।
वृषभ राशि : आपकी राशि के दशम भाव में शनि का गोचर शुभ परिणाम देने वाला है। नौकरी बदलने का अच्छा अवसर है। पदोन्नति के योग भी बन रहे हैं। व्यापार में सफलता अर्जित करेंगे, लेकिन साझेदारी के व्यापार में सतर्क रहें। हालांकि पारिवारिक जीवन में मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। वाद विवाद से बचें।
मिथुन राशि : आपकी राशि के नौवें भाव में शनि का गोचर भाग्य को जागृत कर सकता है। बशर्ते की आप शनि के मंदे कार्य नहीं करते हो तो। हालांकि आपको सेहत की ओर से परेशानी खड़ी हो सकती है, सतर्क रहें। यात्रा के योग हैं, लेकिन यात्रा से नुकसान हो सकता है। भाई-बहनों से विवाद न करें। करियर में सफलता अर्जित कर सकते हैं।
कर्क राशि : आपकी राशि के आठवें भाव में शनि का वक्री गोचर पुराने रोग फिर से उत्पन्न कर सकता है। अचानक से लाभ या हानि के योग हैं। घटना और दुर्घटनाओं से बचकर रहें। लंबी यात्रा के योग बन रहे हैं। वैवाहिक जीवन में उत्तम फल प्राप्त होंगे।
सिंह राशि : आपकी राशि के सातवें भाव में शनि का वक्री गोचर होगा। इस दौरान दांपत्य जीवन में समस्याएं खड़ी हो सकती है और साझेदारी के व्यापार में नुकसान हो सकता है। हालांकि स्वंतंत्र व्यापार करते हैं तो लाभ होगा। आपके शत्रु सक्रिय होंगे। विदेश जाने के प्लान है तो सक्सेस होगा। छात्रों का प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने की संभावना है।
कन्या राशि : आपकी राशि के छठे भाव में शनि की वक्री चाल आपकी सेहत बिगाड़ सकती है। नौकरीपेशा हैं तो शत्रु सक्रिय होकर नुकसान पहुंचा सकते हैं। आर्थिक नुकसान हो सकता है। घटना दुर्घटना के योग हैं। वाहन चलाते वक्त सावधानी रखें।
तुला राशि : आपकी राशि के पंचम भाव में शनि का वक्री गोचर विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए सही नहीं है। प्रेमी प्रेमिकाओं के लिए भी यह समय अनुकूल नहीं है। दोनों में मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। परिवार में भी सामंजस्यता बैठाने में समस्या होगी। सभी की सेहत का ध्यान रखें।
वृश्चिक राशि : आपकी राशि के चौथे भाव में शनि का वक्री गोचर माता की सेहत बिगाड़ सकता है। पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है। वैवाहिक जीवन में की कष्ट देखने को मिल सकते हैं। हालांकि करियर के लिहाज से समय अच्छा है।
धनु राशि : आपकी राशि के तीसरे भाव में शनि का वक्री गोचर भाग्य का और भाई-बहनों का पूर्ण रूप से सहयोग दिलाएगा। हालांकि घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव रहेगा। नौकरी में अनुकूल समय है और करियर में सफलता अर्जित करेंगे।
मकर राशि : आपकी राशि के दूसरे भाव में शनि का वक्री गोचर घर-परिवार में वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न कर देगा। हालांकि आपकी सुख और सुविधाओं में वृद्धि होगी। सेहत में लाभ होगा। नौकरी और व्यापार में औसत समय रहेगा।
कुंभ राशि : आपकी राशि के प्रथम यानी लग्न भाव में शनि का वक्री गोचर आपको मानसिक परेशानी देगा। आपके खर्च बढ़ जाएंगे। इससे वैवाहिक जीवन भी प्रभावित होगा। हालांकि भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी। करियर में सफलता मिलेगी। आपके व्यक्तित्व और चरित्र में बदलाव आने की संभावना है।
मीन राशि : आपकी राशि के द्वादश भाव में वक्री शनि का गोचर आपके खर्चे बढ़ा देगा। आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। नौकरीपेशा लोग और व्यापारी अपने कार्यक्षेत्र में सतर्क रहें। विवाहित लोगों को भी शांति और संयम बनाए रखने की जरूरत है।