अटल बिहारी वाजपेयी जी से एक दिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों का एक समूह मिलने आया। एक छात्र ने उनसे पूछा, आपने शादी क्यों नहीं की। अटलजी ने ठहाका लगाते हुए कहा, ‘यार जब शादी की उम्र थी तब जिंदगी की मस्ती ने इस बारे में सोचने का मौका ही नहीं दिया। अब जब सोचता हूं तो कोई मिलती नहीं।’
छात्र काफी देर तक हंसते रहे। थोड़ी देर बाद जब ये विद्यार्थी लौटने को उठे तो अटलजी ने फिर उस छात्र से कहा- ‘यार! देखना, अगर कोई मिले तो जरूर बताना।’
करीब 70 बरस अटल जी ने लखनऊ में गुजारे। प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से वे हमेशा इस शहर के ही होकर रह गए। लेकिन आज तक इस शहर में उनकी न ही एक इंच जमीन है और न ही कोई झोपड़ी।