वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अपने निर्यात को पिछले साल के स्तर पर स्थिर रखेगी।
कंपनी के अध्यक्ष आरसी भार्गव ने कहा कि उत्पादन क्षमता की सीमाओं के कारण ऐसा हो रहा है। उन्होंने कहा कि हम दूसरी कार निर्माता कंपनियों की तरह से निर्यात की प्रतिस्पर्धा में नहीं हैं। इस साल का निर्यात पिछले साल से अधिक नहीं होगा।
वित्त वर्ष 2008-09 में कंपनी ने कुल 1.47 कारों का निर्यात किया था, जो अभी तक के निर्यात का सर्वाधिक आँकड़ा था। इसमें अकेल छोटी कार ए-स्टार का योगदान 1.27 इकाई का था।
ए-स्टार का निर्यात यूरोपीय देशों के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, और नीदरलैंड में किया गया था। इसके अलावा गैर यूरोपीय देश अल्जीरिया, चिली, इंडोनेशिया और पड़ोसी देशों में भी इसका निर्यात हुआ था।
कंपनी ने अपने उत्पादों की बढ़ती माँग को देखते हुए मानेसर संयंत्र की क्षमता बढ़ोतरी की घोषणा की थी। भार्गव ने कहा कि हमने मानेसर संयंत्र में काम करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी इसे पूरी क्षमता तक पहुंचने में वर्ष 2012 तक का समय लग जाएगा।
मार्च 2010 में कंपनी ने 1,700 करोड़ रुपए के निवेश से अपने मानेसर संयंत्र की सालाना क्षमता को बढ़ाकर 2.5 लाख वाहन तक पहुँचाने की घोषणा है। इससे 2012 तक कंपनी की सालाना उत्पादन क्षमता बढ कर 12.50 लाख हो जाएगी। (भाषा)