कार कंपनी जनरल मोटर्स (जीएम) इंडिया के हलोल संयंत्र में श्रमिकों का आंदोलन बुधवार को दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया। श्रमिकों के आंदोलन से जीएम को रोजाना 100 इकाई उत्पादन का नुकसान हो रहा है।
जीएम के हलोल संयंत्र के श्रमिक 16 मार्च को हड़ताल पर चले गए थे। ये श्रमिक कुछ कर्मचारियों को डीलरशिप आउटलेट में स्थानांतरित किए जाने का विरोध कर रहे थे। साथ ही कर्मचारी पिछले साल दिसंबर हस्ताक्षरित दीर्घावधि वेतन करार का भी विरोध कर रहे हैं।
जीएम इंडिया के उपाध्यक्ष पी बालेंद्रन ने कहा कि 900 श्रमिकों में से 550 काम पर लौट आए हैं। 350 अभी भी अनुपस्थित हैं। फिलहाल हम सिर्फ एक पाली में काम कर रहे हैं। हलोल संयंत्र की क्षमता 85000 इकाई सालाना की है।
बालेंद्रन ने कहा कि फिलहाल कंपनी के इस संयंत्र में रोजाना 70 कारें बन रही हैं, जबकि औसतन 190 इकाइयाँ तैयार होती हैं। इस तरह श्रमिक असंतोष की वजह से अभी तक 600 इकाई उत्पादन का नुकसान हो चुका है। पाँच माह में हलोल संयंत्र में दूसरी बार हड़ताल हुई है। इससे पहले 29 अक्टूबर, 2010 को वेतन वृद्धि की माँग को लेकर 900 श्रमिकों ने चार दिन की हड़ताल की थी। (भाषा)