मारुति लगाएगी सातवाँ कारखाना
2015-16 तक 30 लाख इकाई बेचने का लक्ष्य
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया एक नया संयंत्र लगाने की योजना बना रही है। मानेसर में कंपनी की दो नई इकाइयों का काम पहले से चल रहा है। कंपनी ने 2015-16 तक सालाना 30 लाख इकाइयों की बिक्री का लक्ष्य रखा है।
मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा कि कंपनी पहले से ही आंतरिक रूप से सातवाँ संयंत्र लगाने पर विचार-विमर्श कर रही है। इस बारे में अंतिम फैसला एक साल में किया जाएगा।
फिलहाल मारुति अपने मानेसर संयंत्र में 3,625 करोड़ रुपए के निवेश से दो इकाइयाँ लगा रही है। मानेसर के वर्तमान संयंत्र की क्षमता 3.5 लाख इकाई सालाना की है। गुड़गाँव में कंपनी की तीन इकाइयों की सालाना क्षमता 8.5 लाख इकाई की है।
सूत्रों ने कहा कि नया संयंत्र मानेसर या किसी अन्य जगह पर लगाया जा सकता है। दो इकाइयों का काम पूरा होने के बाद ढाँचागत स्थिति को देखते हुए इस संबंध में निर्णय किया जाएगा।
इस बारे में संपर्क किए जाने पर मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि 2015-16 तक कार बाजार लगभग 50 लाख इकाई का होगा। हम अपनी बाजार हिस्सेदारी को अधिकतम संभव स्तर तक बनाए रखना चाहेंगे। इस लिहाज से हम सालाना 25 से 30 लाख इकाइयाँ बेचेंगे।
मारुति के चेयरमैन ने हालाँकि यह नहीं बताया कि कंपनी इस बढ़ी माँग को पूरा करने के लिए क्षमता विस्तार करेगी या नहीं। भार्गव ने कहा कि यदि हम इस माँग को पूरा नहीं कर पाएँगे, तो कुछ और सोचेंगे। पर यह इस बात पर निर्भर करेगा कि नई इकाइयों की कितना क्षमता का इस्तेमाल होता है।
उन्होंने कहा कि नया संयंत्र लगाने के बारे में कोई भी फैसला मूल कंपनी सुजुकी मोटर कार्पोरेशन के साथ विचार-विमर्श के बाद किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि कंपनी पहले विकल्प के रूप में मानेसर परिसर को चुनेगी, जो 600 एकड़ क्षेत्र में फैला है।
सूत्र ने बताया कि यदि दो नई इकाइयों के चालू होने के बाद कंपनी को लगता है कि वह इसके बोझ को नहीं झेल पा रही है, तो नए गंतव्य की तलाश की जाएगी। फिलहाल कंपनी की सालाना क्षमता 12 लाख इकाई की है। नई इकाइयों के शुरू होने के बाद यह बढ़कर 2012-13 तक 17 लाख इकाई सालाना की हो जाएगी। (भाषा)