मर्सिडीज कार का नाम सुनते ही ऐसी विलासिता भरी कार की छवि उभरती है जिसे सिर्फ जेम्स बांड या रईस लोग ही रख सकते हैं। आम मध्यमवर्गीय परिवार तो इस महँगी कार के बस ख्वाब ही देख सकते हैं। यह कार काफी महँगी हैं और निश्चित रूप से आम आदमी के लिए तो कतई नहीं हैं।
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इसे मर्सिडीज फ्रंट व्हील ड्राइव आर्किटेक्चर (एमएफए) नाम से जाना जाएगा और इसमें और भी वैकल्पिक ऊर्जा कारें शामिल होंगी। 'ए' और 'बी' श्रेणी के अलावा कंपनी भारतीय बाजार में सलून्स, मिनी-एसयूवीज और स्पोर्ट्स एसएलए भी उतारने का मन बना रही है। वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत वाहनों के विकास के लिए मर्सिडीज की रेनो और निस्सान के साथ रणनीतिक साझेदारी है। यह साझेदारी हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के विकास में मुख्य भूमिका निभाएँगी। मर्सिडिज कंपनी की योजना इन कारों को अधिक क्षमता वाला और ईंधन कुशल बनाने की भी है।
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