अयोध्या में अन्नकूट महोत्सव है। अन्नकूट महोत्सव में शामिल होने के लिए मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी, रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्रदास के गोपाल मंदिर पहुंचे। जहां पर मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने अन्नकूट पूजा का प्रसाद ग्रहण किया। और यही नहीं, आचार्य सत्येन्द्रदास ने इकबाल अंसारी को उपहार स्वरूप दक्षिणा भी प्रदान की।
सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद का फैसला सुरक्षित है और माना जा रहा है कि नवंबर माह में फैसला आ जाएगा। अयोध्या विवाद का फैसला जो भी हो, लेकिन अयोध्या में आज (बुधवार को) अन्नकूट महोत्सव के मौके पर एक सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया गया। मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने गोपाल मंदिर पहुंचकर पूजा में प्रसाद ग्रहण किया।
आचार्य सत्येन्द्रदास ने उपहार स्वरूप इकबाल अंसारी को दक्षिणा भी दी। ये वही अयोध्या है, जहां पर आपसी भाईचारे, प्रेम व सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश हमेशा दिया जाता रहा है। लोग सोचते हैं कि अयोध्या विवाद के फैसले के चलते आज बहस होगी लेकिन जिस तरह से अयोध्या में आपसी भाईचारा, प्रेम व सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश आता है, उसे देख लगता है कि अयोध्या किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वालों को स्वीकार नहीं करेगी।
शायद यही वजह है कि साधु-संत और मुस्लिमों में भाईचारा पर एकता हमेशा दिखाई पड़ा है और आज भी अन्नकूट महोत्सव के मौके पर दोनों समुदायों के लोगों ने कट्टरवादियों को एक कड़ा संदेश दिया है कि तुम कुछ भी सोचो, अयोध्या आज भी सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है।