लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अयोध्या मुद्दे का फैसला सुप्रीम कोर्ट के द्वारा नवंबर माह में किसी भी दिन सुनाया जा सकता है। इसे लेकर जहां एक तरफ पूरा शासन-प्रशासन सुरक्षा के इंतजामों को लेकर रात-दिन किए हुए है, वहीं शासन द्वारा 30 नवंबर तक अयोध्या के चिकित्साकर्मियों की छुट्टियों पर भी रोक लगा दी गई है।
चिकित्सा से जुड़े कर्मचारी 30 नवंबर तक कोई छुट्टी नहीं ले पाएंगे। अवकाश पर रोक लगाने की बात की पुष्टि अयोध्या के फैसले से जोड़कर कोई भी बताने को तैयार नहीं है, लेकिन सच यही है अयोध्या पर फैसले को लेकर जिला प्रशासन किसी भी प्रकार से कोताही बरतने के मूड में नहीं है।
जिला चिकित्सालय के प्रभारी प्रमुख अधीक्षक डॉ. नानकसरन से फोन पर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि चिकित्साकर्मियों के अवकाश पर 30 नवंबर तक की रोक लगाई गई है।
विशेष परिस्थिति में ही चिकित्साकर्मियों को अवकाश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रीराम चिकित्सालय मेडिकल कॉलेज सहित प्रत्येक चिकित्सा इकाई में संसाधनों और दवाओं की उपलब्धता को ठीक किया जा रहा है।
राजश्री दशरथ मेडिकल कॉलेज में 30, जिला अस्पताल 20, श्रीराम चिकित्सालय में 20 बेड आरक्षित किए गए हैं और मरीजों के लिए इमरजेंसी में इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयों की मात्रा को बढ़ाते हुए रिजर्व कर लिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास 1000 से अधिक पंजीकृत रक्तदाता हैं जिन्हें आपात स्थिति में 1 घंटे के अंदर बुलाया जा सकता है और वही ब्लड बैंक में लगभग 350 यूनिट ब्लड अभी है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की चिकित्सा संबंधी दिक्कत किसी भी मरीज को होने वाली नहीं है, जिसकी संपूर्ण व्यवस्था कर ली गई है।