अयोध्या। श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां जोरों पर हैं। 5 अगस्त को होने वाले इस पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर की पहली ईंट रखेंगे। पूजा के बाद प्रसाद वितरण और फिर भोजन की व्यवस्था की जाएगी। भोजन का जिम्मा यूपी के ही एक शेफ को दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खान-पान की जिम्मेदारी कुशीनगर के शेफ संदीप बंदोपाध्याय को मिली है। वह गुजरात फूड फेस्टिवल व थाईलैंड अंतरराष्ट्रीय फूड फेस्टिवल में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर पुरस्कार भी जीत चुके हैं।
संदीप को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सत्कार का भी गौरव मिल चुका है। मई 2007 में जब कलाम साहब कुशीनगर आए थे, तब संदीप को ही विशेष तौर पर उनके खाने की जिम्मेदारी दी गई थी। राजकीय होटल पथिक निवास में तैनात संदीप उत्तर भारतीय फूड के विशेषज्ञ हैं।
अयोध्या में प्रधानमंत्री के खान-पान की जिम्मेदारी सरकार ने उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम को सौंपी है। पर्यटन निगम ने शेफ के नाम का पैनल सरकार को भेजा था। बुधवार को निगम के अधिकारियों ने ई-मेल के जरिए अयोध्या में प्रधानमंत्री के खान-पान, सत्कार सेवा के लिए संदीप का नाम फाइनल किए जाने की सूचना दी।
गुजराती व्यंजनों पर रहेगा जोर : उन्हें गुजराती शैली के व्यंजनों की तैयारी के लिए होम वर्क करने का भी निर्देश दिया गया है। गुजरात पर्यटन विकास निगम के फूड फेस्टिवल में संदीप के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए यह दायित्व दिया गया है। इस आयोजन में देश के सभी राज्यों के व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया था। यूपी की टीम ने वहां अवधी व गुजराती शैली के व्यंजन परोसकर वाहवाही बटोरी थी।
गौरव की बात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्कार टीम का हिस्सा बनने से संदीप बेहद खुश हैं। उन्होंने इसे गौरव का विषय बताया। वह बोले कि यह जिम्मेदारी चुनौतीपूर्ण है, पर वह पूरी तरह से इसके लिए तैयार हैं। गुजराती कढ़ी, ढोकला, हांडवा, फाफड़ा, गुजराती पत्रा, पूरन पोली, बाजरे की रोटी आदि का जिक्र करते हुए बताया कि गुजराती डिशेज बनाने व परोसने में बेहद नफासत की जरूरत होती है।
होटल उद्योग खुश : शेफ संदीप को प्रधानमंत्री के सत्कार में तैनाती मिलने से कुशीनगर के होटल उद्योग से जुड़े लोगों समेत स्टाफ में खुशी है। पथिक निवास के प्रबंधक राजेश त्रिपाठी ने बताया कि उनकी यूनिट के लिए यह किसी मेडल के समान है। होटल उद्यमी पंकज कुमार सिंह, आरएम गुप्ता, वीरेंद्र तिवारी, टीके राय आदि ने इसे कुशीनगर के लिए गौरव की बात बताया है।