अयोध्या मामले के स्वामित्व के फैसले की घड़ी धीरे-धीरे करीब आ रही है। इसका पूरे देश को बेसब्री से इंतजार है। अयोध्या के बड़े भक्त महल के महंत व विश्व हिन्दू परिषद मार्गदर्शक मंडल के सदस्य महंत अवधेश कुमार दास ने साफ शब्दों में कह दिया है कि रामजन्मभूमि से ही अयोध्या की पहचान है और वहां जन्मभूमि के अतिरिक्त कुछ भी स्वीकार नहीं है।
महंत अवधेश दास ने 'वेबदुनिया' से चर्चा में यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले 3 वर्षों से अयोध्या के स्वरूप को बदलना शुरू कर दिया है। भविष्य में भी अयोध्या और सुंदर बनेगी, इसमें कोई संसय नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले का हम सभी इंतजार कर रहे हैं, जो भी फैसला आएगा, उसका सबको शांति के साथ अध्ययन करना चाहिए। उसको समझना चाहिए। हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि शीर्ष अदालत में पेश किए गए दस्तावेजों के आधार पर फैसला हमारे पक्ष में ही आएगा।
महंत अवधेश दास ने कहा कि अगर हमारे पक्ष में फैसला नहीं आता है तो हमारी केंद्र व राज्य दोनों जगह सरकार है। हम विधेयक पास कराकर राम मंदिर बनाएंगे। इसमें कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि नहीं तो फिर यहां कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में राम राज्य की स्थापना होनी चाहिए क्योंकि यहां अनादिकाल से राम राज्य की ही स्थापना रही है। बीच में विधर्मियों ने अपने-अपने शासनकाल में इस देश की व्यवस्था को बिगाड़ दिया।