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रामलला की मूर्ति में हैं भगवान विष्णु के 10 अवतार, जानें इनका महत्व

रामलला की मूर्ति में भगवान विष्णु से लेकर हिंदू धर्म के प्रमुख चिन्ह है विराजमान

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WD Feature Desk

Lord Rama Ayodhya Statue
  • रामलला की मूर्ति में भगवान विष्णु के 10 अवतार भी हैं।
  • साथ ही इस मूर्ति में हिंदू धर्म के प्रमुख चिन्ह भी हैं।
  • भगवान विष्णु के ये 10 अवतार बहुत महत्वपूर्ण हैं।
Ram Lalla Murti : आज अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है और भारत में इस भव्य अवसर का जश्न मनाया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Ram Lalla Pran Pratishtha) में भगवान श्री राम की बाल स्वरुप की मूर्ति को विराजमान किया गया है। यह मूर्ति बेहद सुंदर और श्याम रंग की है। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा से पहले इस मूर्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी थी। ALSO READ: आरती कीजे श्रीरामलला की : रामलला की आरती
 
सोशल मीडिया पर इस मूर्ति को बेहद प्यार मिला और इसके फोटो काफी ज्यादा वायरल हुए। आपको बता दें कि रामलला की यह मूर्ति (Ram Lalla Idol) कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगिराज ने बनाई है। आपने रामलला की यह नई मूर्ति की तस्वीर कई बार देखि होगी लेकिन क्या आपको पता है कि इस मूर्ति में भगवान विष्णु के 10 अवतार भी हैं? इसके साथ ही मूर्ति के ऊपरी हिस्से में ऊँ, पद्म, चक्र, सूर्य, गदा, शंख और स्वस्तिक के चिह्न भी दिखाई देंगे जो हिंदू धर्म के प्रमुख चिन्ह हैं। आइए जानते हैं भगवान विष्णु के 10 अवतारों के बारे में..
 
1. मत्स्य अवतार : पृथ्वी के जलमग्न होने की स्थिति में भगवान विष्णु ने मछली का रूप धारण कर रक्षा की। 
 
2. कूर्म अवतार : समुद्र मंथन के समय मंदर पर्वत को भगवान विष्णु ने क्षीरसागर में अपने कवच पर संभाला था तथा उनकी सहायता से देवों एवं असुरों ने समुद्र मंथन करके 14 रत्नों की प्राप्ति की। अत: इसके लिए भगवान विष्‍णु को कूर्म अवतार लेना पड़ा था। 
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3. वराह अवतार : पौराणिक कथा के अनुसार भगवान विष्णु ने हिरण्याक्ष नामक राक्षस का वध किया था तथा पृथ्वी की रक्षा करने के लिए वराह अवतार धारण किया था। 
 
4. नृसिंह अवतार : भगवान श्रीहरि विष्णु ने नृसिंह रूप धारण कर भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी जिसके लिए उन्हें हिरण्यकश्यप का वध करना पड़ा था। 
 
5. वामन अवतार : विष्णुजी ने वामन ब्राह्मण का रूप धरकर राजा बली से देवताओं की रक्षा की थी जिसके चलते उन्हें वामन अवतार रूप धारण करना पड़ा था। 
 
6. श्रीराम अवतार : भगवान श्रीहरि ने त्रेतायुग में पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का अवतार धारण कर लंकाधिपति दशानन रावण का वध किया था और दुनिया को असत्य पर विजय की जीत सत्य को दर्शाकर रावण का नाश किया। 
 
7. कृष्ण अवतार : श्रीहरि विष्णु ने द्वापर युग में कृष्णावतार रूप में जन्म लेकर कंस का वध किया तथा प्रजा की रक्षा करके धर्म को स्थापित किया। 
 
8. परशुराम अवतार : विष्णु जी ने परशुराम अवतार लेकर अत्याचारी हैहयवंशी क्षत्रिय वंशियों से 36 बार युद्ध किया था और 36 बार ही उनका नाश कर दिया था।
 
9. बुद्ध अवतार : बुद्ध को विष्णु का एक अवतार भी माना है। हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि बुद्ध अवतार थे या नहीं थे इस पर विवाद है।
 
10. कल्कि अवतार : ऐसा माना जाता है कि भगवान विष्णु भविष्य में कलियुग के अंत में कल्कि अवतार में आएंगे और पापियों का अंत करके लोगों के दु:खों का निदान करेंगे।
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