आयुर्वेद के अनुसार खाना खाते समय सिर्फ खाने का ही सोचें, जानें ऐसा क्यों है ज़रूरी
खाते समय सिर्फ खाने के बारे में सोचना सेहत के लिए है बहुत फायदेमंद
Ayurveda Eating Rules : आयुर्वेद, एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर और मन के बीच एक गहरा संबंध है, और हमारा स्वास्थ्य इस बात से प्रभावित होता है कि हम क्या खाते हैं और हम इसे कैसे खाते हैं।
ALSO READ: गर्मी में होती है लो बीपी की समस्या तो आयुर्वेद में जानें सही उपचार
आयुर्वेद के सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक है 'विहार' का सिद्धांत। विहार का अर्थ है हमारी जीवनशैली, जिसमें हमारी दैनिक दिनचर्या, हमारे खाने की आदतें और हमारे विचार शामिल हैं। आयुर्वेद के अनुसार, विहार का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है, और एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए एक संतुलित विहार का पालन करना आवश्यक है।
ALSO READ: गर्मी में होती है लो बीपी की समस्या तो आयुर्वेद में जानें सही उपचार
खाने की आदतों के संबंध में, आयुर्वेद इस बात पर जोर देता है कि हमें अपने खाने पर पूरा ध्यान देना चाहिए और खाने के समय किसी और चीज के बारे में नहीं सोचना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें टीवी देखते हुए, किताब पढ़ते हुए या फोन पर बात करते हुए खाना नहीं खाना चाहिए। जब हम खाना खाते हैं तो हमारा पूरा ध्यान हमारे खाने पर होना चाहिए।
खाने के समय सिर्फ खाने पर ध्यान केंद्रित करने के कई फायदे हैं। आइए इन फायदों को विस्तार से देखें...
1. बेहतर पाचन:
जब हम अपने खाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम इसे अच्छी तरह से चबाते हैं, जिससे हमारे पाचन तंत्र को भोजन को तोड़ने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में आसानी होती है। इससे पाचन संबंधी समस्याओं जैसे अपच, गैस और सूजन से बचने में मदद मिलती है।
2. अधिक संतुष्टि:
जब हम अपने खाने का स्वाद, बनावट और सुगंध का आनंद लेते हैं, तो हमें कम खाने में संतुष्टि मिलती है और हम अधिक खाने से बचते हैं। इससे वजन प्रबंधन में मदद मिल सकती है और अस्वास्थ्यकर स्नैकिंग से बचा जा सकता है।
3. तनाव में कमी:
खाने के समय अपने विचारों को खाने पर केंद्रित करने से तनाव कम करने और विश्राम करने में मदद मिलती है। इससे मन की शांति और बेहतर नींद को बढ़ावा मिल सकता है।
4. मन की स्पष्टता:
खाने के समय अपने विचारों को खाने पर केंद्रित करने से मन की स्पष्टता और एकाग्रता में सुधार हो सकता है। इससे निर्णय लेने की क्षमता और कार्य उत्पादकता बढ़ सकती है।
5. आध्यात्मिक संबंध:
आयुर्वेद के अनुसार, भोजन एक पवित्र उपहार है, और खाने के समय कृतज्ञता और प्रशंसा की भावना से खाने से आध्यात्मिक संबंध को बढ़ावा मिल सकता है।
इन लाभों के अलावा, खाने के समय सिर्फ खाने पर ध्यान केंद्रित करने से हमारे भोजन के प्रति सम्मान और प्रशंसा की भावना को बढ़ावा मिल सकता है। इससे भोजन की बर्बादी को कम करने और पर्यावरण की देखभाल करने में मदद मिल सकती है।
खाने के समय सिर्फ खाने पर ध्यान केंद्रित करना एक सरल लेकिन शक्तिशाली आदत है जो हमारे स्वास्थ्य और कल्याण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। अगर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो आज से ही इस आदत को अपनाने की कोशिश करें।