Sawan posters

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

'डॉन' बनाने वाले की 33 साल बाद वापसी

- मधु पाल

Advertiesment
हमें फॉलो करें फिल्म डॉन
, शनिवार, 19 मार्च 2011 (19:45 IST)
BBC
अमिताभ बच्चन की 'डॉन' 1978 में रिलीज हुई थी।

एक ऐसी फिल्म जिसने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ दिए और हिंदी फिल्मों के इतिहास में क्लासिक के तौर पर जानी जाती है, उसका निर्देशक अगर उस फिल्म के बाद कोई और फिल्म ना बनाए तो बड़ी हैरानी होती है। लेकिन चंद्रा बारोट ऐसे ही एक फिल्मकार हैं।

वर्ष 1978 में उनकी अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'डॉन' रिलीज हुई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी के झंडे गाड़ दिए। लेकिन आश्चर्य की बात तो ये कि चंद्रा बारोट ने उसके बाद एक भी फिल्म नहीं बनाई। अब 33 साल के बाद चंद्रा ने फैसला किया है वापसी करने का। बीबीसी से खास बात करते हुए उन्होंने बताया कि वो नए कलाकारों को लेकर जल्द ही एक फिल्म बनाएँगे।

चंद्रा बारोट कहते हैं, 'पिछले कई सालों पर नजर दौड़ाएँ तो जो छोटे बजट की फिल्में हैं वो कामयाब साबित हुईं हैं। बड़े बजट की कई फिल्में फ्लॉप हुई हैं। तो ऐसे में कहानी में अगर दम हो उसका ट्रीटमेंट अच्छा किया जाए, तो नए कलाकारों को लेकर भी आप एक हिट फिल्म बना सकते हैं।'

लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो ये कि 'डॉन' जैसी इतनी कामयाब फिल्म बनाने के बाद भी चंद्रा बारोट ने अब तक उसके बाद कोई दूसरी फिल्म क्यों नहीं बनाई।

webdunia
BBC
ये सवाल पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि 'डॉन' के बाद उनके पास निर्माताओं की लाइन लग गई। उन्होंने एक-दो प्रोजेक्ट्स हाथ में भी लिए जिनमें दिलीप कुमार और विनोद खन्ना सरीखे कलाकार थे, लेकिन किसी ना किसी वजह से वो फिल्में पूरी ही नहीं हो पाईं। इस बातचीत के दौरान चंद्रा बारोट ने 'डॉन' से संबंधित कई दिलचस्प बातें बताईं।

फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट पर हुए एक हादसे में इसके निर्माता नरीमन ईरानी की मौत हो गई थी। उसके बाद अमिताभ बच्चन सहित पूरी टीम ने नरीमन ईरानी की पत्नी को फिल्म बनाने में पूरा सहयोग दिया।

बारोट ने ये भी बताया कि 'खई के पान बनारस वाला' की शूटिंग के वक्त अमिताभ बच्चन के पैर में चोट लगी थी और वो ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे, लेकिन उसके बावजूद उन्होंने इस खूबसूरती से इस गाने को अंजाम दिया कि किसी को इस बात का इल्म भी नहीं हो पाया कि बच्चन साहब चोटिल हैं।

चंद्रा बारोट कहते हैं, 'जब फिल्म रिलीज हुई तो समीक्षकों ने इसे नकार दिया, लेकिन दर्शकों ने 'डॉन' को भरपूर प्यार दिया।'

फिर 2006 में फरहान अख्तर ने शाहरुख खान को लेकर 'डॉन' का रीमेक बनाया और अब वो इसका सीक्वेल भी बना रहे हैं। चंद्रा बारोट इस बात से खुश हैं कि 'डॉन' को अब भी याद किया जाता है। लेकिन वो रीमेक बनाने के खिलाफ हैं।

बारोट कहते हैं, "पुराने जमाने के लोगों ने काफी मेहनत से ये फिल्में बनाईं हैं। आज के युवा वर्ग को ये फिल्में देखनी चाहिए ताकि उन्हें पता लगे कि क्यों ये आज भी याद रखी जाती हैं। उनका रीमेक बनाना पुराने महान लोगों की, उनके प्रयासों की बेइज्जती करने जैसा है।'

उन्होंने आगे अपनी फिल्म डॉन के मशहूर डायलॉग की तर्ज पर कहा कि 'दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन जैसे महान कलाकारों की बराबरी करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। उनकी नए कलाकारों से तुलना बेमानी है'।

हमारे साथ WhatsApp पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
Share this Story:

वेबदुनिया पर पढ़ें

समाचार बॉलीवुड ज्योतिष लाइफ स्‍टाइल धर्म-संसार महाभारत के किस्से रामायण की कहानियां रोचक और रोमांचक

Follow Webdunia Hindi