- माजिद जहांगीर (श्रीनगर से)
भारत प्रशासित कश्मीर के रहने वाले तारिक़ बट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ़ैन हैं। वह मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए कहते हैं कि उन्होंने कश्मीर के युवाओं के हाथ में एंड्रॉयड फ़ोन नहीं बल्कि एंड्रॉयड टीवी दिया है।
तारिक़ 31 साल के हैं और उनके नाम कश्मीर में पहला मोबाइल टेलीविज़न शुरू करने का श्रेय जाता है। यह चैनल श्रीनगर के छानपोरह इलाक़े में किराए के कमरों में चलता है। एशिया न्यूज़ नेटवर्क मान के इस एंड्रॉयड टीवी चैनल को शुरू करने से पहले तारिक़ को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी।
वह बताते हैं, "पिछले नौ साल में मैं कभी-कभी 10 किलोमीटर भी पैदल चला लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारी। माँ ने मेरा बहुत साथ दिया।"
तारिक़ के मुताबिक़ उन्होंने मोदी के उस सपने को पूरा किया है जिसमें मोदी ने चुनाव के दौरान कहा था कि वह कश्मीरी युवाओं के हाथों में एके-47 नहीं बल्कि एंड्रॉयड फ़ोन देखना चाहते हैं।
वह यह भी कहते हैं, "अगर उनका बयान सिर्फ़ राजनीतिक बयान था तो मुझे फिर कोई शिकायत नहीं। ऐसे बयान तो आते रहते हैं। देखना यह है कि उनका बयान भारत की सिविल सोसाइटी को दिखाने के लिए था या उसमें कोई सच्चाई थी।"
तारिक़ का टीवी चैनल एक ऐप की शक्ल में है जिसे अब तक 80 हज़ार लोग डाउनलोड कर चुके हैं। दो साल पहले उन्होंने एक मोबाइल रेडियो स्टेशन 'जेके-एफ़एम' शुरू किया था।
तारिक़ के टीवी चैनल पर फ़िलहाल कश्मीरी, उर्दू और अंग्रेज़ी भाषा में समाचार या दूसरे क़िस्म के प्रोग्राम प्रसारित किए जाते हैं। वह चाहते हैं कि इस मोबाइल टीवी चैनल के ज़रिए वह ख़बरों के अलावा कश्मीर की संस्कृति को भी उन लोगों के सामने रखें जो कश्मीर से बाहर रहते हैं।