बांग्लादेश में रंगपुर ज़िले के गंगाचारा में एक हिन्दू गांव में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। पुलिस का कहना है कि एक फ़ेसबुक पोस्ट के कारण इस हिन्दू गांव पर लोगों ने हमला कर दिया था। उस फ़ेसबुक पोस्ट को आपत्तिजनक बताया जा रहा है।
रंगपुर रेंज के डीआईजी ग़ुलाम फ़ारूक़ ने बीबीसी बांग्ला सेवा से कहा तितु रॉय के घर पर लोगों ने हमला किया था, जिन पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप हैं। पुलिस का कहना है कि जब लोगों ने हमला किया तो गंगाचारा के ठकुराती गांव में तितु रॉय नहीं थे। तितु रॉय की फ़ेसबुक पोस्ट को लेकर यहां लंबे समय से तनाव है।
इस फ़ेसबुक पोस्ट को लेकर हाल ही में इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी एक्ट के तहत मुक़दमा किया गया है। स्थानीय पुलिस का कहना है कि रॉय को गिरफ़्तार किया जाएगा। डीआईजी ने कहा, 'जुम्मे की नमाज़ के बाद कुछ स्थानीय लोगों ने गांव पर धावा बोल दिया। इन लोगों ने सड़क को भी बंद कर दिया था। हिन्दुओं के घर जलाने की कोशिश की गई तो पुलिस को गोली चलानी पड़ी।'
डीआईजी का कहना है कि इसमें कुछ लोग ज़ख़्मी भी हुए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अब हालात नियंत्रण में हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और तितु रॉय को गिरफ़्तार करने के लिए सुरक्षा बलों को नारायणगंज भेजा गया है।
हाल के वर्षों में फ़ेसबुक पोस्ट को लेकर अल्पसंख्यक गांवों पर हमले बढ़े हैं। 2012 में एक बौद्ध भिक्षु पर हमला किया गया था। उस बौद्ध भिक्षु को जला दिया गया था। पिछले साल भी एक हिन्दू गांव पर हमला किया गया था।
वहीं बांग्लादेश के अहम अख़बार ढाका ट्रिब्यून का कहना है कि इस मामले में 30 से ज़्यादा घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई। ट्रिब्यून के मुताबिक़ लूटपाट के बाद घरों को जला दिया गया।
इस अख़बार का कहना है कि एक व्यक्ति के मारे जाने के बाद भीड़ हिंसक हो गई और हिन्दू घरों में तोड़फोड़ पर आमादा हो गई। ट्रिब्यून का कहना है कि इस मामले में 53 संदिग्धों को गिरफ़्तार किया गया है।