ब्राज़ील के मुख्य अभियोजक ने देश के राष्ट्रपति माइकल टेमेर पर घूस लेने के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार के आरोप में फंसी मीट पैक करने वाली एक बड़ी कंपनी के मालिक से घूस ली है। हालांकि राष्ट्रपति टेमेर ने उन पर लगे आरोपों से इंकार किया है।
आरोप से संबंधित दस्तावेज़ सुप्रीम कोर्ट के जज को सौंप दिए गए हैं जो अब इस मामले को संसद के निचले सदन में भेजने के बारे में फ़ैसला लेंगे। इसके बाद संसद के निचले सदन में राष्ट्रपति पर मुकदमा चलाए जाने को लेकर वोटिंग होगी।
राष्ट्रपति टेमयर का कहना है कि वो खुद को निर्दोष साबित करेंगे।
बीते साल राष्ट्रपति की कुर्सी संभालने के बाद से उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं लेकिन ये पहली बार है जब औपचारिक तौर पर उन पर पर मुकदमा चलाए जाने की कोशिशें की जा रही हैं। इससे पहले एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई थी जिसमें राष्ट्रपति टेमेर कथित तौर पर जेबीएस मीटपैकिंग कंपनी के मालिक जोसली बतिस्ता से घूस लेने के बारे में बात कर रहे हैं।
पत्रकारों का कहना है कि आने वाले वक्त में उन पर और आरोप भी लगाए जा सकते हैं। ब्राज़ील में टेमेर अधिक लोकप्रिय नेता नहीं हैं लेकिन उनकी नरम-दक्षिणपंथी पीएमडीबी पार्टी एक गठबंधन के हिस्से के तौर पर देश का शासन संभाले हुए है। विरोधी पार्टियां टेमेर पर महाभियोग चलाए जाने की और देश में फिर से चुनाव कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
बीते साल राष्ट्रपति रहीं जील्मा रुसेफ़ पर महाभियोग का मुकदमा चला था जिसके बाद उनकी वर्कर्स पार्टी की वामपंथी सरकार के 13 साल के शासन का अंत हो गया। जील्मा रूसेफ़ पर सरकारी तेल कंपनी पेट्रोब्रास के घोटाले से जुड़े आरोप लगाए गए थे।
जील्मा रूसेफ़ के ख़िलाफ़ महाभियोग प्रस्ताव लाने में टेमेर की अहम भूमिका रही थी। उससे पहले टेमेर रुसेफ़ की सरकार में उपराष्ट्रपति थे, लेकिन बाद में उन्होंने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।