अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक सभ्यता और अमेरिकी तहज़ीब में हिंदू समुदाय के योगदान की सराहना की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने डोनाल्ड ट्रंप के एक वक्तव्य का हवाला दिया है। इस बयान के अनुसार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "हिंदू समुदाय ने वैश्विक सभ्यता और अमेरिकी संस्कृति में शानदार योगदान दिया है और हम उनकी ओर मुक्त उपक्रम, कड़ी मेहनत, पारिवारिक मान्यताओं और एक मज़बूत विदेश नीति में सहभागिता के लिए देखते हैं।'
इसके अलावा ट्रंप ने भारतीय अमेरीकियों के लिए एक 24 सेकेंड का वीडियो संदेश भी भेजा है जिसमें लोगों से न्यूजर्सी में आयोजित रिपब्लिकन हिंदू कन्वेंशन में भाग लेने को कहा गया है। ट्विटर पर इसे लेकर कई तरह की टिप्पणियां आ रही हैं।
वॉल्टर नैचिनो लिखते हैं कि उन्हें ट्रंप के वक्तव्य से आश्चर्य नहीं हुआ है क्योंकि भारतीय अमेरीकियों में इस्लामी चरमपंथ पर ट्रंप की नीतियों को लेकर भारी समर्थन है।
रॉनिन मेमेज़ लिखते हैं कि हिंदुओं को लगता है कि ट्रंप मानवता के रखवाले हैं।
अशोक रॉय फ़ेसबुक पर लिखते हैं, "देखिए हिंदुओं की तारीफ़ करने की हिम्मत और बुद्धिजीवी सच्चाई किसमें है।"
राजेश शर्मा अपनी फ़ेसबुक वॉल पर लिखते हैं, "विश्व में हिंदू योगदान के आगे नतमस्तक हुए बिना कोई कैसे आगे बढ़ सकता है?"
श्रीधर सदाशिव राव ने फ़ेसबुक पर पूछा, "क्या ये कोई चुनावी हथकंडा है या फिर ट्रंप सचमुच इस पर विश्वास करते हैं?"
रवीश आर्या ने चुटकी लेते हुए कहा, "सिक्युलर्स को बरनॉल की ज़रूरत पड़ेगी।"
शौविक मुखर्जी ने अपनी फ़ेसबुक वॉल पर लिखा, "जो ट्रंप देख सकते हैं, वो हमारे लोग मानने को तैयार नहीं हैं।"